मोदीनगर, नगर संवाददाता: पुलिस की लापरवाही के चलते रविवार को दिल्ली-मेरठ हाईवे पर फिर भयंकर जाम लग गया। मुरादनगर में स्थिति ज्यादा खराब रही। यहां सुबह नौ बजे से लेकर देर शाम तक लोगों ने करीब तीन किलोमीटर की दूरी में भयंकर जाम झेला। उधर, मोदीनगर में भी लोगों को जाम के झाम में फंसकर परेशानी का सामना करना पड़ा। गंगनहर पटरी मार्ग पर इन दिनों वाहनों की संख्या अच्छी खासी हो गई है। गंगनहर पटरी मार्ग से हाईवे पर आने व हाईवे से गंगनहर पटरी मार्ग पर जाने वाले वाहनों के एक दूसरे के सामने आने से हर समय वाहनों की रफ्तार पर विराम लगा रहता है। बावजूद इसके पुलिस वहां पर व्यवस्था बनाने के लिए तैनात नहीं रहती है। इसी वजह से रविवार को दिन निकलते ही हाईवे पर चलने वाले वाहनों की गति पर विराम लग गया। सुबह 9 बजे के आसपास गाजियाबाद से मेरठ की ओर वाहनों की कतारें तीन किलोमीटर पीछे तक पहुंच गई। असालतनगर को पार करता हुआ जाम सैंथली गेट के सामने तक पहुंचा हुआ था। जाम से निकलने में लोगों को पांच मिनट की बजाय एक घंटे का वक्त लग गया। जाम से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग विपरीत दिशा में भी आ गए। जिससे गाजियाबाद की ओर भी लोगों को जाम झेलना पड़ा। बड़ी तादाद में लोग जाम से बचने के लिए रावली, जलालपुर व असालतनगर से होकर पाइपलाइन मार्ग से गंगनहर पटरी मार्ग पर पहुंचे। यह स्थिति तब रही जब गंगनहर पुलिस चैकी पर हर वक्त पुलिस तैनात रहती है। चैकी प्रभारी से लेकर किसी भी पुलिसकर्मी ने व्यवस्था बनाने की जरूरत महसूस नहीं की। यातायात का कोई भी पुलिसकर्मी वहां दोपहर तक नहीं पहुंचा था। जब तक यातायात पुलिसकर्मी हरकत में आया, जब तक हालात बेकाबू हो चुके थे। देर शाम वाहनों का दबाव कम होने पर लोगों को जाम से थोड़ी राहत मिल सकी। इसके अलावा मोदीनगर के आबादी क्षेत्र में भी रविवार को वाहनों की अधिकता के कारण लोगों को जाम झेलना पड़ा। बेहाल लोगों ने सिस्टम पर सवाल उठाए। लोगों को मिनटों की दूरी को तय करने में आधे घंटे से भी ज्यादा वक्त लग गया। इस बारे में सीओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि इस समय यातायात पुलिसकर्मियों की संख्या हाईवे पर पर्याप्त है। यदि कोई पुलिसकर्मी डयूटी में लापरवाही बरत रहा है तो इसके लिए सीओ यातायात से बात की जाएगी। यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चले, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
मुरादनगर के जाम ने राहगीरों को रूलाया
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