नई दिल्ली, नगर संवाददाता: नए कृषि कानूनों के विरोध के गणतंत्र दिवस के दिन किसानों द्वारा ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसा के बाद सभी जगह किसान आंदोलनों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। दिल्ली पुलिस के साथ ही अब यूपी सरकार भी ऐक्शन मोड में आ गई है। गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार दोपहर बाद भारी संख्या में दिल्ली और यूपी पुलिस की तैनाती कर दी गई है। गाजीपुर में बिजली और पानी की सप्लाई काट दी गई है। साथ ही पुलिस ने किसानों से कहा है कि वे आज ही सड़क खाली कर दें। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी डीएम और एसएसपी को आदेश दिया है कि वे राज्य में सभी किसानों के आंदोलन को समाप्त करें।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने धरना खत्म कर दिया है। नरेश टिकैत ने कहा कि हम धरना तो समाप्त कर देंगे। धरना स्थल (गाजीपुर बॉर्डर) पर पानी, बिजली अन्य सुविधाएं बंद कर दिए गए हैं। अब हम वहां क्या करेंगे? उठ ही जाएंगे। योगी आदित्यनाथ सरकार ने जहां किसानों का धरना चल रहा है, वहां प्रदर्शन स्थलों को खाली करवाने का निर्देश डीएम को दिया है। इनमें गाजीपुर बॉर्डर भी शामिल है। सरकार का आग्रह है कि जहां-जहां किसान धरने पर बैठे हैं, वे खुद ही आज खाली कर दें। सरकार उन्हें उनके घर जाने तक फ्री सर्विस भी देगी। गाजीपुर बॉर्डर से किसान खुद ही अपने टेंट उखाड़ रहे हैं। यहां सड़कें अब सुनसान नजर आ रही हैं।
गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रोते हुए कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां लोगों को मारने की साजिश की जा रही है। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने अनशन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पानी की सुविधा हटाई लेकिन फिर भी हम यहीं बैठेंगे, गांव से पानी आएगा, तभी पीऊंगा। उन्होंने कहा कि अगर कुछ हुआ तो मैं यहीं फांसी लगा लूंगा। टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार से बात नहीं होगी धरणा प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। जब तक गांव के लोग ट्रैक्टरों से पानी नहीं लाएंगे, पानी नहीं पीऊंगा। प्रशासन ने पानी हटा दिया, बिजली काट दी, सारी सुविधा हटा दी।
सूत्रों के मुताबिक, आज देर रात तक दिल्ली और यूपी की पुलिस आंदोलनकारियों को हटाने के लिए जॉइंट ऑपरेशन कर सकती है। हालात का जायजा लेने के लिए डीएम सहित प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। धरनास्थल को खाली कराने की जिला प्रशासन के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है। दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद ही पुलिस एक्शन में है। किसान नेताओं को लुकआउट नोटिस जारी किया है। लाल किले पर हिंसा करने वालों पर राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। अब पुलिस का फोकस सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर है, जहां पिछले दो महीने से अधिक समय से किसान आंदोलन कर रहे हैं।