फरीदाबाद, नगर संवाददाता: एशियन अस्पताल में दुबई में रहने वाले 80 वर्षीय दाऊद सलमान शिआइवी का ट्रांस कैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएवीआर) किया गया। दाऊद सलमान को कुछ महीनों से सीने में भारीपन रहता था और चलते समय सीने में दर्द भी होता था। दुबई में टेस्ट कराने के बाद पता चला कि उनके हृदय का वाल्व खराब है और ज्यादा उम्र और वजन के कारण वह बाईपास सर्जरी नहीं कराना चाहते थे। एशियन अस्पताल के वरिष्ठ हृदय सर्जन डा. अमित चैधरी ने बताया कि जब दाऊद हमारे पास आए तो वह काफी डरे हुए थे और अपनी ज्यादा उम्र के कारण बाईपास सर्जरी नहीं कराना चाहते थे। तब हमने ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट तकनीक से उनका खराब वाल्व बदल दिया।
ये है टीएवीआर टीएवीआर तकनीक उन रोगियों के लिए उपचार की नई तकनीक है, जो ओपन हार्ट सर्जरी के जोखिम से गुजरने को तैयार नहीं हैं। इस मिनीमम इन्वेसिव प्रक्रिया में रोगी की जांघ में बड़ी धमनी के माध्यम से नया वाल्व लगाया जाता है। इन प्रक्रियाओं में मरीज को बिना चीरा लगाए और बेहोश किए जांघ से दिल की खराब वाल्व को बदल दिया जाता है। उन्होंने बताया कि मानव हृदय में चार वाल्व होते हैं, जो हृदय की लय के साथ में खुलते और बंद होते हैं। हृदय दिल के अंदर और बाहर सही दिशा में रक्त प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए वाल्व बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब एक हृदय वाल्व खराब हो जाता है तो मरीज को कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे सीने में दर्द, धड़कन, सांस की तकलीफ, थकान, कमजोरी, नियमित गतिविधि स्तर को बनाए रखने में असमर्थता। रोग का पता मुख्य रूप से इको कार्डियोग्राम (इको), सीटी एंजियोग्राम और कुछ अन्य परीक्षणों का अध्ययन करके एक अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है।