गाजियाबाद, नगर संवाददाता: वैशाली सेक्टर चार स्थित अलकनंदा टावर के चैथी मंजिल का छज्जा का प्लास्टर बारिश की वजह से देर रात गिर गया। हालांकि रात होने की वजह से कोई हताहत नही हुआ। आरडब्ल्यूए के सचिव ने छज्जा का प्लास्टर गिरने की शिकायत जीडीए, मुख्यमंत्री से कर कार्रवाई की मांग की हैं।
रविवार को दिनभर बारिश होने की वजह से वैशाली सेक्टर चार स्थित अलकनंदा टावर के चैथी मंजिल का छज्जे का प्लास्टर देर रात गिर गया। देर रात छज्जे का प्लास्टर गिरने की आवाज सुनकर टावर में रह रहे लोगों की नींद खुल गई और लोग दहशत में आ गए। आरडब्ल्यूए सचिव अमित ने बताया कि टावर में रहने वाले 50 परिवार परेशान हैं। टावर का पिलर, दीवारें जर्जर हो चुकी हैं, इससे लोग दहशत में हैं। लोगों को टावर गिरने का डर सता रहा है। हाल में अलखनंदा टावर के फ्लैट का प्लास्टर टूटकर गिर गया था। आरोप है कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी जीडीए द्वारा सही से मरम्मत नहीं कराया गया। जिसकी वजह से टावर जर्जर हो गए हैं। बीते वर्ष नगर निगम ने दोनों टावरों पर नोटिस लगाया था कि बिल्डिंग रहने लायक नहीं है। जीडीए ने भी तकनीकी टीम से निरीक्षण कराया। टीम की रिपोर्ट में भी टावर की स्थिति में सुधार की गुंजाइश बताई गई। आरोप है कि 90 साल के लिए बिल्डिग बनवाई थी। जो 30 साल में ही बिल्डिग खराब हो गई। वहीं, जीडीए के अधिशासी अभियंता एके चैधरी का कहना है कि जो फ्लैट खाली हैं उनकी मरम्मत जीडीए कराएगा और जिनमें लोग रह रहे हैं वह खर्च दें या खुद से फ्लैटों की मरम्मत कराएं। जीडीए आवंटियों के फ्लैट की मरम्मत नहीं करा सकता है। जितना जल्दी आवंटी अपना खर्च दे देंगे उतना जल्दी टावर के मरम्मत के लिए स्वीकृति होगी।