नई दिल्ली, नगर संवाददाता: गोविंदपुरी इलाके में खुदाई में मिले सस्ते सोने के चक्कर में दंपति ने अपनी बेटी के पढ़ाई के पैसे गंवा दिए। आरोपी खुद को मजदूर बताकर दंपति की दुकान पर आए थे, जहां उन्होंने बताया कि उन्हें बादशाह के जमाने का सोना खुदाई में मिला है। वह गरीब लोग हैं और उस सोने का जो भी उन्हें मिलेगा, वह लेकर चले जाएंगे। आरोपियों ने नमूने के तौर पर सोने का एक दाना दंपति को दिया, जिसकी जांच करने पर वह असली सोने का पता चला। इसके बाद दंपती का लालच बढ़ गया और इधर उधर से पैसे इकट्ठे करके तीन लाख रुपये आरोपियों को दंपति ने पकड़ा दिया। बदले में सोने के सात छोटे छोटे दाने आरोपियों ने दंपति को दिए थे। इसके बाद जब उन दानों की जांच कराई गई तो पता चला कि वह नकली हैं, जिन पर सोने का पानी चढ़ा है। इसके बाद मामले की सूचना गोविंदपुरी पुलिस को दी गई। पुलिस के मुताबिक, पत्नी यासमीन परवीन की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। ठग उनके पति की दुकान पर सबसे पहले आए थे। उन्होंने बताया कि उनके पति ट्रॉली बैग की दुकान करते हैं और उस दुकान पर ही आरोपी आए थे। शिकायतकर्ताओं ने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए पैसे इकट्ठा करके रखे थे, जो सोने के लालच में आरोपियों को दे दिए। आरोपी गरीब मजदूर बनकर इलाके में घूम रहे थे और उन्होंने अपना शिकार ढूंढा। आरोपितों ने दावा किया था कि वह मजदूर हैं, जिन्हें खुदाई के दौरान ढेर सारा सोना मिला है। उनके पास फिलहाल पैसे नहीं हैं और थोड़े बहुत पैसे लेकर वह वापस अपने गांव जाने की बात कर रहे थे। हालांकि यह सारी बातें उन्होंने अपने शिकार को भरोसे में लेने के लिए कही थी। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
सस्ते सोने के लालच में दंपति ने गंवाए बेटी की पढ़ाई के पैसे
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