नोएडा, नगर संवाददाता: बाइक बोट ठगी मामले में आंध्रप्रदेश में भी पहला मुकदमा दर्ज हो गया है। यह मुकदमा वहां के चितुर थाने में रिटायर्ड फौजी गोविंदा राजूलू ने दर्ज कराई है, जिनके साथ भी इस कंपनी में ठगी हुई थी। उन्होंने इस कंपनी में आठ लाख 69 हजार 4 सौ रुपये का निवेश किया था। उनके द्वारा दर्ज कराये गए मुकदमें संजय भाटी, करनपाल आदि को नामजद किया गया है।
इसके अलावा न्यायालयों में भी बड़ी संख्या में पीड़ितों के द्वारा मुकदमा दर्ज कराने के लिए अर्जी दी गई है। बाइक बोट पीड़ितों की ओर से संघर्ष कर रहे मुन्ना बालियान ने कहा कि करीब दो हजार से अधिक पीडितों ने अपना मुकदमा दर्ज कराने के लिए न्यायालयों में अर्जी लगाई है और उनके मामलों में भी शीघ्र ही मुकदमा दर्ज करने के आदेश होंगे। इसके अलावा दो दिन पूर्व गाजियाबाद न्यायालय में भी बाइक बोट प्रकरण में परिवाद दर्ज करने के आदेश हो चुके हैं।
ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार आरोपियों को आसानी से जमानत ना मिले, इसके लिए पूरी तैयारी की है। उनके द्वारा न्यायालय में मजबूत पैरवी का जा रही है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के अनुसार उनके द्वारा न्यायालय में की जा रही पैरवी और काउंटर दाखिल करने की वजह से ही किसी भी आरोपी को अभी तक जमानत नहीं मिल सकी है। सौ से अधिक मामलों में आरोपियों की न्यायालय से बेल भी खारिज हो चुकी है। उनका प्रयास है कि आगे भी किसी आरोपी को बेल ना मिल सके, इसके लिए जिला न्यायालयों से लेकर हाईकोर्ट तक उनकी टीम पैरवी कर रही है।
ईओडब्ल्यू के पास बाइक बोट से संबंधित 68 मुकदमों की जांच है। शासन के निर्देश पर पूर्व में दादरी कोतवाली में दर्ज 57 मुकदमों की जांच ईओडब्ल्यू को फरवरी 2020 में मिली थी और अब उन्हें 11 और नए मुकदमों की जांच भी मिल गई है। इन मुकदमों में अभी तक 22 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है और फरार चल रहे करीब 50 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ, ईओडब्लू, ईडी और पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।