नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) परास्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला के लिए इसी सत्र से बढ़ा हुआ वार्ड कोटा लागू करेगा। डीयू रजिस्ट्रार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। असल में डीयू अकादमिक परिषद ने 27 नवंबर को ही वार्ड कोटे में सीटें बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। इसके बाद इसे आगामी शैक्षणिक सत्र से लागू करने की संभावनाएं लगाई जा रही थीं, लेकिन डीयू ने परास्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला के लिए जारी प्रक्रिया के बीच ही बढ़ा हुआ वार्ड कोटा लागू करने का फैसला लिया है।
एक कॉलेज में 8 सीटें आरक्षित होंगी
डीयू के नए वार्ड कोटा नियम के तहत एक कॉलेज में वार्ड कोटे के तहत 8 सीटें आरक्षित होंगी। यह सीटें समान रूप से शिक्षकों व कर्मियों के आर्शि्रतों के बीच बांटी जाएंगी। वहीं, समान रूप से मेरिट व प्रवेश आधारित पाठ्यक्रमों में दाखिला के लिए भी वार्ड कोटा लागू होगा। इसके तहत जहां पर 400 से अधिक सीटें स्वीकृत हैं, वहां 4 सीटें शिक्षकों और 4 सीटें कर्मियों के बीच बांटी जाएंगी। वहीं, 201 से 399 तक स्वीकृत सीटों में 3ः3 के अनुपात में शिक्षकों व कर्मियों के बीच सीटों का बंटवारा होगा। इसी तरह 101 से 200 के स्वीकृत सीटों पर 1ः1 के अनुपात में सीटों का बंटवारा होगा।
24 साल डीयू ने बढ़ाया है वार्ड कोटा
डीयू ने वर्ष 1996 यानी 24 साल बाद वार्ड कोटे में बढ़ोतरी की है। असल में डीयू वार्ड कोटे के तहत अपने शिक्षकों व कर्मियों के बच्चों को दाखिला के लिए आरक्षण देता हैं। इसके तहत पूर्व में वार्ड कोटे के तहत एक कॉलेज में 6 सीटें आरक्षित थी, जिसे बढ़ाकर 8 तक कर दिया गया है।
एलएलबी-एलएलएम और बीएड में दाखिला के लिए अगले सत्र से लागू होगा
डीयू ने परास्नातक पाठ्यक्रमों की सीटों में दाखिला के लिए इस बार से जहां बढ़ा हुआ वार्ड लागू करने का फैसला लिया है, लेकिन एलएलबी-एलएलएम और बीएड में दाखिला के लिए वार्ड कोटे में बढ़ोतरी शैक्षणिक सत्र 2021-22 से लागू होगी। डीयू ने स्पष्ट किया है कि लॉ पाठ्यक्रम बीसीआई और बीएड पाठ्यक्रम एनसीटीई के अधीन संचालित होते हैं, ऐसें में इन पाठ्यक्रमों में बड़ा हुआ वार्ड कोटा अगले सत्र से लागू किया जाएगा।