जगराओं, दविंदर जैन: पंजाब के राज्यपाल को विश्व धार्मिक सेवा शान्ति मिशन सोसायटी के शान्ति दुत पांच नुकाती मांग पत्र को मानने के लिए और खेती कानूनों को रद्द करने की मांग पत्र सौंपा गया। सोसायटी के अध्यक्ष नानकसर संप्रदाय के प्रमुख संत बाबा लखा सिंह के नेतृत्व में किसानों के हक़ में खेती कानूनों को रद्द करने की मांग की गई। इस प्रतिनिधिमंडल में सोसायटी के उपाध्यक्ष सुफी संत गुलाम हैदर कादरी, स्वामी अमरेक्षर दास ब्रह्मचारी कुटिया, डा रोक्स संधु एनगीलकन चर्च आफ इंडिया, और विद्वान ज्ञियानी करनैल सिंह गरीब भी उपस्थित थे। किसानों की सुरक्षा और संघर्ष में मदद करने के लिए पंजाब के राज्यपाल श्री बी पी बदनौर को सौंपे गए ज्ञापन में टोल प्लाजा चंडीगढ़ हरियाणा हिमाचल की शर्मिंदगी से एक बार और रोड़ टैक्स इकठ्ठा करने के लिए किसानों की मांग के अनुसार बिल को बापिस लेने के लिए 1966 के एक पंजाब के लिए ग्रेटर पंजाब से अलग हुए लोगों को राहत देने के लिए। और श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 400 वे शताब्दी समारोह में स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से चांदनी चौक तक शीश गंज का समरन और संनमान करना। इस मौके पर संत बाबा लखा सिंह नानकसर ने कहा कि परतीनिध मंडल के साथ उनकी बैठक के दौरान राजपाल द्वारा दी गई मांगों को प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया। ओर उन्होंने उनसे हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने किसान संघर्ष में वयानबाजी के विवाद को चिंता का विषय करार दिया और किसान आंदोलन में शामिल सभी संतों को अपनी की कि अब इस संघर्ष में देश और दुनिया एक साथ आ गए हैं। यह संघर्ष सफलता की और बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में किसी भी लक्ष्य पर किसी भी तरह की दुशमनी, बिरोध, एक जुट करना, लक्ष्य को भूलकर जीत की और बढ़ना चाहिए। ऐसे ही सफलता हासिल होती है।
पांच नुकाती मांग पत्र और खेती कानून को रद्द करने की मांग लेकर राजपाल से मिले शान्ति दुत
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