नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली विश्वविद्यालय में इस बार भी ओपन बुक परीक्षा में छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों की अलग-अलग समस्याएं हैं। कई छात्रों का कहना है कि प्रश्नपत्र पर 2 घंटे लिखकर आया है जबकि परीक्षा 3 घंटे की है और 1 घंटा अतिरिक्त उत्तर अपलोड करने के लिए मिला है। यही नहीं कई छात्रों की शिकायत है कि नोडल ऑफिसर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए फोन नहीं उठा रहे हैं।
ज्ञात हो कि दिल्ली विश्वविद्यालय तीसरे व पांचवे सेमेस्टर के छात्रों की ओपन बुक परीक्षा आयोजित करा रहा है। दूसरे दिन यानी रविवार को 300 पाठ्यक्रमों के 50 हजार से अधिक छात्रों ने परीक्षा के लिए नामांकित थे। हालांकि यह आंकड़ा जारी नहीं हुआ है कि कितने छात्रों ने रविवार को परीक्षा दी। रविवार को जब छात्र पोर्टल पर अपनी उत्तर पुस्तिका अपलोड नहीं कर पाए तो उन्होंने मेल करना शुरू किया। हालांकि डीयू ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि पोर्टल के अलावा किसी अन्य माध्यम से छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं स्वीकार्य नहीं हैं।
डीयू ने नोडल अधिकारी के लिए भी दिशानिर्देश जारी किया है। नोडल अधिकारी को दिन प्रति दिन का फोल्डर बनाना होगा। छात्रों के ईमेल को जांचना परखना होगा एवं चिन्हित करना होगा। इस काम के लिए कॉलेज चाहें तो 2 से 3 लोगों को नियुक्त भी कर सकते हैं। लेकिन छात्रों का कहना है कि नोडल अधिकारी फोन नहीं उठा रहे हैं।
डीयू ने अपने निर्देश में कहा है कि यदि उत्तर पुस्तिका पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पा रही तो विद्यार्थियों को एक घंटा अतिरिक्त समय मिल सकता है। हालांकि ऐसे मामले रिव्यू कमेटी को सौंपे जाएंगे। रिव्यू कमेटी ही कापियों के मूल्यांकन का फैसला लेगी। छात्र को विलंब से उत्तर पुस्तिका जमा करने के वाजिब कारण भी बताने होंगे। यही नहीं यदि उत्तर पुस्तिका अपलोड नहीं हो रही है तो विद्यार्थियों को उसका स्क्रीन शॉट नोडल आफिसर को भेजना होगा।
यदि छात्र निर्धारित समय में अपनी उत्तर पुस्तिका अपलोड नहीं कर पाता है तो उसे दस मिनटों में छात्र को 5 स्क्रीन शॉट और उत्तर पुस्तिका नोडल अधिकारी को ईमेल करनी होगी। डीयू ने जारी निर्देश में कहा है कि जिनको इस तरह की परेशानी होगी वह मेल से उत्तर पुस्तिका भेजेंगे, लेकिन इस तरह की उत्तर पुस्तिका का समीक्षा समिति की जांच के बाद मूल्यांकन होगा।