जगराओं/पंजाब, दविंदर जैन: अबोहर समन्वय मिशन के प्रेरक, सर्वधर्म दिवाकर, क्रांतिकारी, राष्ट्रसंत आचार्य प्रवर डॉ श्री दिव्यानंद सुरीश्वर जी महाराज सा (निराले बाबा) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अबोहर के तत्वाधान में गुरु नानक देव जी के 550 वें विशाल प्रकाश उत्सव को समर्पित नगर एकत्रीकरण का आयोजन नेहरू स्टेडियम में किया गया। जिसमें भव्य प्रांगण सजाया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा शारीरिक प्रदर्शन (नियुद्ध, व्यायाम, योग, आसन, समता, गोष्) किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य प्रवर डॉ श्री दिव्यानंद सुरीश्वर जी महाराज सा. (निराले बाबा) जिन्हें हाल ही में भारत सरकार द्वारा राष्ट्र संत की उपाधि से सुशोभित किया गया है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर दिनेश भगैय्या, अखिल भारतीय ग्राम विकास प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघए श्री फकीर चंद जी गोयल, विभाग संघ संचालक, श्री अशोक जी सचदेवा, नगर संघचालक उपस्थित रहे।
डॉक्टर दिनेश जी ने अपने संबोधन में बोलते हुए कहा श्री गुरु नानक देव जी का जीवन अनुकरणीय एवं पवित्र जीवन है। उनका भारत की प्राणवायु में कितना महत्वपूर्ण योगदान रहा इस विषय पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि पिछले 92 वर्षों से महापुरुषों के जीवन पर चलने की प्रेरणा देता हुआ यह संघटन व्यक्ति निर्माण का कार्य कर रहा है केवल यही मार्ग है जो देश को परम वैभव तक लेकर जा सकता है क्योंकि वास्तव में व्यक्ति निर्माण ही राष्ट्र निर्माण है।
उन्होंने कहा कि वैचारिक सामाजिक नेतृत्व तैयार करने के लिए अपने संगठन में अनुशासित धैर्यवान सक्षम एवं स्वावलंबी कार्यकर्ताओं को जोड़ें अपने कार्य का विस्तार प्रत्येक स्तर पर करना चाहिए ताकि आने वाले समय में हम सामाजिक चुनौतियों और कुरीतियों का सामना कर सके। जागृत समाज के माध्यम से संगठित समाज खड़ा कर समर्थ समाज खड़ा कर समर्थ भारत खड़ा करना हम सब का उद्देश्य है। हमें प्रत्येक कार्यकर्ता को उत्कृष्ट तरीके से यह सब समझना होगा।
इस अवसर पर निराले बाबा ने कहा कि गुरु नानक द्वारा पुष्पित एवं पल्लवित पंजाब की धरती जिस को निखारने एवं सवारने मैं गुरु गोविंद सिंह जी ने भी अपने बलिदानों की शौर्य गाथा द्वारा पंजाब की शान को दुनिया में दिखाने का प्रयास किया परंतु आज अफसोस के साथ कहना पड़ता है की महान व्यक्तियों द्वारा जिस राज्य की संरचना एक महान राज्य के रूप में हुई उस राज्य को आज नशाखोरी के नाम से जाना जाता है परंतु अब हमारा यह निजी कर्तव्य बनता है कि नशा शब्द को उल्टा कर शान बरकरार रखने का समय है ताकि पांच नदियों की यह पवित्र भूमि अपने महान उद्गार ओं की कथा हर मुख से सुनी जा सके उन्होंने कहागुरु नानक देव जी के जीवन पर बोलते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी का जीवन, उनकी शिक्षाएं प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। उन्हें समरसता पर बोलते हुए कहा कि कार्यकर्ता अपने व्यक्तिगत जीवन को उदाहरण बनाकर सामाजिक समरसता का वातावरण तैयार करने का प्रयास करें और संस्कारों से युक्त परिवारों के माध्यम से समाज व्यवस्था का परिवर्तन कर, भारतीय मूल्यों से युक्त अनुशासित समाज का निर्माण करने में अपना सहयोग दें। संगठन को परिवार की तरह विकसित करें एवं सामाजिक परिवर्तन के लिए धेयनिष्ट व्यक्तित्व विकसित करें। उन्होंने कहा कि संघ कार्य के प्रति समाज में विश्वास व स्वीकार्यता बढ़ी है। आज भारतीय समाज संघ के उद्देश्यों को समझ रहा है और आगे होकर सहयोग करना चाहता है। हमें अपने विचारों कार्यों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में नगर संघचालक की तरफ से आए हुए गणमान्य अतिथियों व बंधु भगिनीओं का धन्यवाद किया गया।
इस अवसर पर सुनील बंधवा, अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद, लक्की अरोड़ा, राजेश पुरोहित, जितेंद्र सोनी, तलविंदर सिंह, संजय, राकेश निर्मल, नवजोत सिंह, अमनदीप सिंह, देशराज कंदोई, आदि ने गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।