नई दिल्ली/नगर संवाददाता: संशोधित नागरिकता कानून खिलाफ वाम दलों ने गुरुवार को पूरे देश में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) मुक्ति, अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी ने सरकार के फैसलों के विरोध में अपनी सभी प्रादेशिक और जिला इकाइयों से प्रदर्शन करने को कहा गया है। वाम दलों नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
नई दिल्ली में दोपहर 12 बजे मंडी हाउस में जनसभा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद मंडी हाउस से फिरोजशाह कोटला तक मार्च निकाला जाएगा। इससे पहले सुबह 11.45 बजे राजघाट पर हिन्दू शरणार्थी इस कानून के समर्थन में प्रदर्शन प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन को देखते हुए उत्तरप्रदेश और कर्नाटक में धारा 144 लागू कर दी गई है। वाम दलों ने आरोप लगाया है कि इस कानून से भारत की धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक बुनियाद खत्म हो जाएगी।
भोपाल, बेंगुलरु, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई और जम्मू में भी सुबह 10 बजे से लेफ्ट के प्रदर्शन शुरू हो जाएंगे। उप्र के लखनऊ में लेफ्ट का प्रदर्शन होगा। इस दौरान परिवर्तन चौक से हजरतगंज तक मार्च होगा और गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
उप्र में प्रदर्शन की इजाजत नहीं: संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ समाजवादी पार्टी समेत कई संगठनों के प्रदर्शन के आह्वान के बीच उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा है कि पूरे प्रदेश में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने के मद्देनजर किसी भी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं है।
सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में 19 दिसंबर से धारा 144 लगी हुई है। अतः मैं सभी अभिभावकों से अपील करूंगा कि वे इस दिन अपने बच्चों को कहीं भी जाने के लिए प्रेरित न करें। उन्हें प्रदर्शन में जाने से मना करें, नहीं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।