मुंबई/नगर संवाददाता : रोहित शर्मा के बल्ले को ‘ग्रहण’ लग गया है और उनका लगातार ‘फ्लॉप शो’ आलोचकों को अपने मुंह खोलने पर मजबूर कर रहा है। टी20 के स्पेशलिस्ट बल्लेबाज रोहित ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 मैचों की घरेलू सीरीज के पहले 2 मैचों में निराश किया। मुंबई में 11 दिसंबर को खेले जाने वाले निर्णायक मैच में भी उनका बल्ला नहीं चलता तो खुद उनके लिए नई समस्या पैदा हो जाएगी।
रोहित शर्मा ने हैदराबाद में खेले सीरीज के पहले टी20 मैच में केएल राहुल के साथ ओपन करके केवल 8 रन ही जुटाए जबकि तिरुअनंतपुरम में खेले गए दूसरे टी20 मैच में वे केवल 15 रन का ही योगदान दे सके। पहले मैच में तो विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी से भारत 6 विकेट से जीत गया था, लेकिन दूसरे मैच में वह रविवार को 8 विकेट से हार गया।
2019 का साल रोहित के लिए कोई बहुत खास नहीं रहा और उनके बल्ले से 13 टी20 मैच में केवल 3 अर्धशतक ही निकले। यूं देखा जाए तो टी20 क्रिकेट में रोहित शर्मा जैसे धाकड़ बल्लेबाज के बल्ले को रोकना हर गेंदबाज के लिए अग्निपरीक्षा साबित होता रहा है लेकिन इस साल ऐसा हुआ नहीं।
रोहित के नाम टी20 क्रिकेट में सर्वाधिक 4 शतक हैं और वे तिरुअनंतपुरम मैच से पहले 2547 रन के दुनिया के टॉप स्कोरर थे। उनके पीछे केवल विराट कोहली थे, जिनके 2545 रन थे, लेकिन अब 2563 रन के साथ विराट कोहली शीर्ष पर पहुंच गए हैं। विराट ने कल 17 गेंदों पर केवल 19 रन ही बनाए। यदि वे 6 रन और बना लेते तो घरेलू जमीं पर टी20 में 1000 रन बनाने वाले पहले भारतीय होते।
बहरहालए रोहित शर्मा के खराब फार्म ने विराट कोहली की परेशानियों में इजाफा कर डाला है क्योंकि इस साल रोहित ने कुल खेले 13 मैचों में 325 रन ही अपने नाम के आगे लिखवाए हैं, वह भी केवल 25 के औसत से। उनका आखिरी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ पिछले महीने 7 नवंबर को सामने आया था, जब राजकोट में खेले टी20 मैच में 43 गेंदों पर 6 चौके और 6 छक्के की मदद से 85 रन की पारी खेली थी।
भारतीय टीम प्रबंधन अगले साल ऑस्ट्रेलिया में आयोजित टी20 विश्व कप के लिए टीम संयोजन पर ध्यान दे रहा है। नए-नए खिलाड़ियों को आजमाया जा रहा है। दूसरे टी20 मैच में विराट ने शिवम दुबे को वन डाउन उतारा था, जिसमें उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और 30 गेंद पर 3 चौके व 4 छक्के की मदद से सर्वाधिक 54 रन रन बनाए थे।