महाराष्ट्र/नगर संवाददाता : महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भी सरकार बनाने को लेकर रस्साकशी जारी है। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को मुंबई में कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के साथ लंबी बैठक की। बताया जा रहा हैं कि बैठक में सरकार गठन को लेकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को लेकर चर्चा की।
एक घंटे चली बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बैठक में सरकार बनाने को लेकर चर्चा हुई और सहीं समय पर क्या निर्णय होगा ये बताएंगे। बैठक के बाद कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि शिवसेना के बात सरकार गठन को लेकर औपचारिक बातचीत हुई है। इस बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने फिर कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।
वेबदुनिया को सूत्रों के हवाले से खबर मिली हैं कि महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाने के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर फिर सक्रिय हो गए हैं। विधानसभा चुनाव में शिवसेना की चुनावी रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रशांत किशोर ने चुनाव के बाद भाजपा के साथ सरकार गठन को लेकर जो 50-50 फार्मूला पेश किया था अब उस फॉर्मूले पर शिवसेना एनसीपी के साथ भी आगे बढ़ने को लगभग तैयार हो गई है।
सूत्रों के हवाले से खबर हैं कि महाराष्ट्र में 50-50 फॉर्मूले के साथ ही सरकार गठन से पहले कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार किया जाएगा। सूबे मे सरकार गठन के बाद गठबंधन सरकार इसी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर आगे बढ़ेगी। शिवसेना किसी भी हालत में भाजपा को सरकार गठन से रोकना चाहती है इसके लिए वो सत्ता के बंटवारे पर तैयार हो सकती है।
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों भाजपा के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं।
वर्तमान में बिहार में सत्तारुढ़ दल जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री के बाद पार्टी में सबसे ताकतवर नेता माने जाते हैं। झारखंड में भाजपा से अलग होकर विधानसभा चुनाव लड़ी जेडीयू ने अपने चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है उसमें प्रशांत किशोर का नंबर दो पर है। इसके साथ पश्चिम बंगाल में विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव प्रशांत किशोर की कंपनी सत्तारुढ़ दल टीएमसी की चुनाव रणनीति को लेकर काम कर रही है।