नई दिल्ली/नगर संवाददाता : दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (डीयूएसयू)के चुनाव में भाजपा समर्थित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी)ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत हासिल कर भगवा लहरा दिया है। कांग्रेस समर्थित संगठन एनएसयूआई सचिव पद जीतने में सफल रहा।
एबीवीपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद के लिए जीत हासिल की। अध्यक्ष पद के लिए भाजपा समर्थित संगठन के अक्षित दहिया विजयी रहे। उन्होंने एनएसयूआई की चेतना त्यागी को शिकस्त दी। हालांकि शुरुआती दौर में एबीवीपी के सभी प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए थे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा समर्थित छात्र संगठन की जीत को भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वर्तमान में दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार है।
डूसू चुनाव के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था। मतदान में 1ण्3 लाख छात्रण्छात्राओं में से 39.90 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पिछले साल की तुलना में इस बार करीब पांच प्रतिशत कम मतदान हुआ है।
मतगणना शुक्रवार सुबह साढे आठ बजे शुरू होनी थी, किंतु यह किसी वजह से करीब दो घंटे देरी से शुरू हुई। मुख्य मुकाबला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपीं) और कांग्रेस समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के बीच था। चुनाव मैदान में कुल 16 उम्मीदवार थे।
पिछले चुनाव में एबीवीपी ने चार में से तीन सीटों पर विजय हासिल की थी जबकि एनएसयूआई एक पर जीती थी।
एबीवीपी के प्रदीप तंवर उपाध्यक्ष, योगिता राठी सचिव और शिवांगी खेरवाल संयुक्त सचिव पद के लिए चुनाव मैदान में थे। एनएसयूआई की तरफ से अंकित भारती उपाध्यक्ष, आशीष लांबा सचिव और अभिषेक चपराना संयुक्त सचिव पद के लिए मैदान में थे।