दिल्ली/नगर संवददाता : दिल्ली-एनसीआर में सोमवार की सुबह थोड़ी उमस भरी रही। अगले दो दिनों तक दिल्ली और आसपास का मौसम कुछ ऐसा ही बना रहेगाए हालांकि 24 और 25 जुलाई को यहां बारिश की संभावना है, जबकि बिहार और असम में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इस सप्ताह पूरे देश में मानसून मेहरबान रहेगा।
खबरों के मुताबिक, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रों के साथ-साथ उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पश्चिमी असम में बारिश बढ़ जाएगी। उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागोंए बिहार और झारखंड के अधिकांश हिस्सों में 23 और 24 जुलाई को अच्छी वर्षा होने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार की सुबह थोड़ी उमस भरी रही। मंगलवार को केरल में मूसलधार बारिश हो सकती है।
इसके अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड, गोवा, असम, मेघालय और तमिलनाडु में सामान्य बारिश हो सकती है। बुधवार को गोवा और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना बताई जा रही है। देश के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है, रिकॉर्ड बरसात की वजह से शहर पानी-पानी हुए जा रहे हैं। पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक यही हाल है। पानी निकलने का उचित इंतजाम ना होने की वजह से सड़कों पर पानी भर गया है।
इस सप्ताह पूरे देश में मानसून मेहरबान रहेगा। देश के अधिकांश हिस्सों में इस सप्ताह संतोषजनक बारिश होने की संभावाना जताई गई है। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण पूर्वी राजस्थान में 22 और 23 जुलाई को कुछ स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की जा सकती है। मध्य प्रदेश में 24 जुलाई को बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और राज्य में मध्यम से भारी वर्षा। उत्तरी मध्य प्रदेश में भी इस दौरान वर्षा के आसार हैं।
केरल के अधिकांश भागों में भारी बारिश रुक-रुक कर हो रही है। अगले दो दिनों तक यानी 23 जुलाई तक इन क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। झारखंड में पिछले दो दशक का यह सबसे कमजोर मानसून साबित हो रहा है। पहली बार मानसून प्रवेश के डेढ़ महीने बाद भी खेती के लिए अच्छी बारिश का इंतजार हो रहा है।
झमाझम बारिश के महीने आषाढ़ और सावन में आसमान साफ है और सूर्य की किरणें तपिश बढ़ा रही हैं। राज्य के लिए यह पहला मौका है जब डेढ़ महीने में अब तक सबसे कम बारिश हुई है। आने वाले दिनों में अच्छी बारिश की उम्मीद कम है। इस बार झारखंड में मानसून के आने में विलंब अरब सागर, चीन के दक्षिण सागर में होने वाले अचानक मौसम में बदलाव के कारण हुआ।