बराड़ा, गुरप्रीत सिंह : विवादित फिल्म नानक शाह फकीर की रिलीज को रोकने के लिए सिख समाज की ओर से एसडीएम बराड़ा गिरीश चावला को पीएम मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सिख संगत के सदस्यों ने बताया कि इस फिल्म में सिख इतिहास के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता व सेंसर बोर्ड ने सिख समाज की भावनाओं पर कुठाराघात किया है। इस फिल्म में श्री गुरू नानक देव जी, उनकी प्रथम सेवक एवं बहन बेबे नानकी, भाई मर्दाना व महान सिख शखिसयतों के रोल कलाकारों द्वारा निभाए गए है जोकि गलत है। सिख मर्यादा के अनुसार कोई भी देहधारी गुरू साहिबान अथवा उनके परिवार आदि का अभिनय नहीं कर सकता। इतना ही नहीं फिल्म के कई सीनों में सिखों को हिंदु धर्म से संबंधित होना भी दर्शाया गया है। ऐसी घिनौनी करतूत हो सिख समाज किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। ऐसे में सरकार से सिख समाज अपील करता है कि फिल्म के रिलीज पर रोक लगाई जाए। इस मौके पर हरयाणा सिख गुरुद्वारा धर्म प्रचार कमेटी के चैयरमेन बाबा जसबीर सिंह खालसा, राष्ट्र जागरण मंच के संस्थापक अमरिन्द्र सिंह, गुरविंन्द्र सिंह चीमा, व जसविन्द्र सिंह सहित काफी संख्या में सिख समाज के लोग मौजूद रहे।
सिख समाज की भावनाओं पर कुठाराघात
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