लखनऊ, उत्तर प्रदेश/नगर संवाददाताः सहारनपुर, संभल, मथुरा और अब अलीगढ़. यूपी की खराब कानून व्यवस्था को हथियार बनाकर सत्ता में आयी बीजेपी सरकार अब खुद भी बढ़ते अपराधों को लेकर सवालों के घेरे में है। यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को 2 महीने पूरे हो गए हैं। इस मौके पर विपक्ष सवाल उठा रहा है कि कहां गए कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी के बड़े बड़े दावे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था, ‘’चूंकि उनकी सरकार अब अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाली है इसीलिए प्रदेश में अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं।’’ योगी ने शपथ लेने के एक हफ्ते बाद कहा था, ‘’दो महीने के अंदर हम एक ऐसी स्थिति पैदा करेंगे कि उत्तर प्रदेश के कि आम जनमानस को लगने लग जाए जाएगा कि सरकार कैसे चलती है और कैसे चलनी चाहिए।’’ योगी को यूपी की कमान संभाले दो महीने पूरे हो गए हैं, लेकिन इस मौके पर यूपी में अपराध की खबरें सुर्खियों में हैं। ताजा घटना मथुरा में सर्राफा व्यापारी की हत्या की है। हालांकि हत्या के पांच दिन बाद पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री योगी के इन दावों के बीच विपक्ष सरकार पर तीखे हमले कर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा के सदस्य नहीं है इसलिए वो विधानसभा में नजर नहीं आते, लेकिन विधान परिषद में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने में उन्होने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि योगी अपराध की ताजा घटनाओं के लिए भी अखिलेश की पुरानी सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में एक बार फिर ये भरोसा दिलाया कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उनकी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। खुद योगी विधानसभा की बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश के तूफानी दौरे पर निकलेंगे। योगी अगले 10 दिनों में 7 मंडलों का जायजा लेंगे।
20 मई यानी कल वो चित्रकूट और कानपुर का दौरा करेंगे।
21 मई को बरेली औऱ मुरादाबाद जाएंगे।
25 मई को मुख्यमंत्री मुलायम के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में होंगे।
26 मई को गोरखपुर में, 28 को गोंडा और बलरामपुर और 29 मई को योगी इलाहाबाद जाएंगे।