देश की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगी सरकार : राजनाथ

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तिरूवनंतपुरम, केरल/नगर संवाददाताः केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज जोर दिया कि देश की अखंडता और सुरक्षा के संरक्षण और उसे सुदृढ़ करने के लिए हर संभव कदम उठाये जाएंगे। दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक की यहां अध्यक्षता करते हुए सिंह ने कहा कि राज्य सरकारों को बेहतर अंतर-राज्यीय समन्वय सुनिश्चित करना चाहिए और अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त अभियान चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाहरी या आंतरिक खतरों से देश की सुरक्षा और अखंडता के संरक्षण तथा मजबूती के लिए हरसंभव कदम उठाये जायेंगे। सिंह ने कहा कि हाल में देश के कुछ इलाकों में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति गंभीर हुई है। उन्होंने कहा कि हाल ही में केरल में हुई घटनाओं को देखते हुए प्रशासनिक और पुलिस प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है। परिषद ने पिछली बैठक में की गई विभिन्न सिफारिशों के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा की। ये सिफारिशें मछुआरों, प्रायद्वीपीय क्षेत्र औद्योगिक विकास कॉरिडोर, तिरुवनंतपुरम से मंगलोर और उडुपी तक हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का विस्तार, क्षेत्र में प्रायद्वीपीय पर्यटन ट्रेनों की शुरूआत और नये सड़क परिवहन और सड़क सुरक्षा विधेयक में संशोधनों जैसे मुद्दों से संबंधित हैं। परिषद ने सभी पाठ्यक्रमों के लिए अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या के अनुरूप छात्रवृत्ति के लिए कोष आवंटन में एकरूपता, केंद्र सरकार द्वारा व्यावसायिक कर की उच्चतम सीमा में संशोधन, संक्रामक रोगों तथा नक्सलवाद की रोकथाम, तिलहन की खेती को बढ़ावा देने तथा पुडुचेरी हवाई अड्डे के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। आज की बैठक में जिन 22 विषयों पर चर्चा की गई उनमें से 16 का समाधान कर लिया गया। गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार क्षेत्रीय परिषदों तथा अंतर-राज्य परिषद को और सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लंबे अंतराल के बाद 2015 में पांच क्षेत्रीय परिषदों और उनकी स्थायी समितियों की बैठकें आयोजित की गई थी। इससे पहले केवल एक वर्ष में सभी पांच क्षेत्रीय परिषदों की बैठकें 1972 और 2005 में हुयी थीं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय परिषदों के जरिये आर्थिक और सामाजिक विकास के समन्वित प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए राज्यों को आम बैठक कराने का अवसर उपलब्ध होता हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि सदस्य राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों ने दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद में विचार-विमर्श के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दे रखे। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि दक्षिण क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति ने कई मुद्दों का समाधान कर और उपयोगी सुझाव देकर परिषद के कार्यों को सरल बना दिया। दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की बैठक कुछ महीने पहले हुई थी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार परिषद में गर्मजोशी और सौहाद्र्रपूर्ण वातावरण में सहकारी संघवाद की सच्ची भावना से विचार-विमर्श किया गया। परिषद के अंत में अगली बैठक कर्नाटक में आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही तीन क्षेत्रीय परिषदों (पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी) की बैठकें संपन्न हो गयीं। शेष दो क्षेत्रीय परिषदों (केंद्रीय और उत्तरी) की बैठकें भी जल्द आयोजित किये जाने की संभावना है।

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