जौनपुर, यूपी/ अंकुर गुप्ताः नगर के डीडीएस वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले ‘उड़ान उम्मीदों की” अभियान के तहत रविवार को धरनीधरपुर में जनसम्पर्क कर लोगों की समस्याओं को सुना गया। इस दौरान टीम ने पाया कि क्षेत्र के अधिकांश लोग अनपढ़ है और गरीब है। किसी भी व्यक्ति को कोई भी सरकारी सहायता नहीं मिल रही है। इतना ही नहीं अधिकांश परिवार बेघर है और सरकारी भूमि पर अपना गुजर बसर करने को मजबूर है। कुछ परिवार ऐसे है जो सिर्फ भीख मांगने को मजबूर है कारण कि उनके परिवार में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो साक्षर हो। कुछ परिवार रिक्शा आदि चलाकर अपने परिवार को चला रहे है। संस्थान ने यह देखकर अपने टीम के तीन सदस्यों को वहां पर हर रविवार को निरक्षर परिवारों को साक्षर बनाने के लिए गठित किया है।
गौरतलब हो कि ‘उड़ान उम्मीदों की” अभियान के तहत उक्त क्षेत्र में जनसम्पर्क कर गरीबों की समस्या सुनी गयी। इस दौरान टीम को कई ऐसे परिवार मिले जो बेहद गरीब है लेकिन उनके पास अन्योदय कार्ड है जिस पर उन्हें नि:शुल्क कोई भी सरकारी सहायता नहीं मिल सकती। इसके अलावा कई परिवार के अभिभावक नशे में धुत पाये गये। जब उनके बच्चों से पूछा गया कि वह पढ़ने क्यों नहीं जाते तो उनका जवाब था मैं पढ़ने जाऊंगा तो पैसा कहां से आएगा? कुछ अभिभावकों का आरोप हैं कि सरकारी स्कूलों में जब बच्चों का दाखिल कराने के लिए ले गये तो छह वर्ष के बच्चों को भी शिक्षक स्कूल में यह कहकर नहीं दाखिल कर रहे है कि उनकी उम्र अभी कम है। फिलहाल इस क्षेत्र में लगभग 20 परिवार बेघर है और सरकारी भूमि पर अपना गुजर बसर कर रहा है। संस्थान की संचालिका आरती सिंह ने उन अशिक्षित परिवारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अब हर रविवार को उनकी टीम के तीन सदस्य माधवी बिंद, नेहा, जयमाला उनको साक्षर बनाने का कार्य करेंगे। साथ ही हर संभव मदद भी करेंगे। टीम ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सभी को उचित सहायता दिलाने की मांग की है।
अब गरीब परिवारों को साक्षर बनाएगा डीडीएस
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