रांची, झारखंड, नगर संवाददाताः पहली बार बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर शुक्रवार को विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब तक सोने व कोयला के भंडार के नाम से जाना जाने वाला झारखंड अब और ऊर्जा के रास्ते चल पड़ा है। देश का पहला न्यायालय होगा खुंटी जो पूर्णरूप से सौर ऊर्जा से संचालित होगा। सौर ऊर्जा से यहां का न्यायालय और समाहरणालय रोशन होगा। मेरी सरकार बिजली दूर संकट दूर करने को प्रतिबद्ध है।
2022 तक देश पावर हब बन जाएगा। उन्होनें लोगों से बिजली बचाने की अपील करते हुए कहा कि एलइडी बल्ब का इस्तेमाल करें इससे बिजली बिल भी कम आएगा और बिजली का भी बचत होगी। पुराने स्मरण को याद करते हुए उन्होनें कहा कि जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब अक्सर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा राज्य के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जाती थी। उस समय एक उच्च न्यायालय के जज से जब ये पूछा गया कि आपके यहां इतने मामले क्यों लंबित है तो उन्होनें कहा था कि मेरे यहां सप्ताह में दो या तीन दिन ही बिजली आती है। वो भी दो से तीन घंटे। इसलिए न्याय देने में देरी होती है। झारखंड के न्यायमूर्तियों ने इसका समाधान ढूंढ निकाला है। जिसका परिणाम है कि आज मैं सौर ऊर्जा से संचालित देश के पहले न्यायालय का उद्घाटन करने आया हूँ। अब यहां सोलर ऊर्जा से कोर्ट चलेगा। उन्होनें कहा कि यह भी पहला मौका है जब किसी न्यायालय के कार्यक्रम में इतनी भीड़ जुटी है। मौके पर उन्होनें महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन किया। उन्होने कहा यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि ताशकंद में शास्त्री जी की प्रतिमा का मुझे मौका मिला। इससे पहले उन्होनें खुंटी में 180 किलोमीटर क्षमता वाले सौर ऊर्जा प्लांट का उद्घाटन किया। इस योजना पर 2.22 करोड़ की लागत आई है। मंच पर उनके साथ राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू, रघुवर दास मंत्री, मंत्री सुदर्शन भगत व अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, सीएम रघुवर दास, चीफ जस्टिस विरेंद्र सिंह समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मोदी रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे से खूंटी पहुंचे थे। वे खूंटी कोर्ट परिसर में सभा को संबोघित करने के बाद दुमका में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए प्रस्थान करेंगे। दुमका में वे मुद्रा बैंक के लाभकों के बीच ऋण बाटेंगे।