नई दिल्ली। जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने 21 जून को पूरे देश में योग दिवस मनाने को लेकर उठे विवाद को खारिज करते हुए कहा है कि कुरान में कहां लिखा है कि इस्लाम में इसकी इजाजत नहीं है। बुखारी ने कहा कि कुछ लोग खामख्वाह इसे मुद्दा बनाए हुए है। इसकी कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने पूछा कि कुरान में कहां लिखा है कि योग की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अखबर की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह का हंगामा करते हैं।
गौरतलब है कि कुछ कट्टर मुस्लिम धार्मिक नेताओं ने 21 जून को योग दिवस मनाए जाने की तीखी निंदा की है और कहा है कि इसे अनिवार्य नहीं बनाया जाना चाहिए। भाजपा नेता सैयद शहनवाज हुसैन ने कहा कि योग का संबंध स्वास्थ्य से है, इसे इस्लाम से जोडना व्यर्थ है और यह बेकार का विवाद है। कुछ मुस्लिम नेताओं का कहना है कि सरकार अपने हर नागरिक पर इसके लिए दबाव नहीं डाल सकती है क्योंकि संविधान में हर नागरिक की धार्मिक स्वतंत्रता है। अगर योग में सूर्य नमस्कार है तो इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का निर्देश दिया है। उस दिन कई केन्द्रीय मंत्री, स्कूली बच्चे, सेना के जवान तथा अमिताभ बच्चन, शिल्पा शेट्टी, विराट कोहली, सुशील कुमार जैसी नामचीन हस्तियां ब्रांड एम्बेसडर होंगी।