मोनाको/नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संगठित आपराधिक एवं आतंकवादी गिरोहों से निपटने के लिए विश्व के सभी देशों की सरकारों से साथ आने का आह्वान किया है। राजनाथ ने यहां इंटरपोल की मंत्री स्तरीय बैठक और महासभा में कहा, दुनियाभर की सरकारों को संगठित आपराधिक एवं आतंकवादी गिरोहों के लिए सुरक्षित ठिकानों के मुद्दे पर साथ मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने कहा, बैंकिंग से संबंधित गोपनीयता हटाकर, भ्रष्टाचार के मामलों में औद्योगिक संलिप्ता का पर्दाफाश कर अपराधियों को कानून के कठघरे में लाया जा सकता है। विभिन्न देशों को आतंकवादी गतिविधियों के संगठन, उसे भड़काने, वित्तीय या किसी अन्य प्रकार की सहायता देने के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए सम्मेलन को हिंदी में संबोधित करते हुए राजनाथ ने साइबर अपराध से निपटने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, हाल के वर्षो में सांप्रदायिक दंगे भड़काने तथा देशों की राजनीतिक व्यवस्था को अस्थिर करने के लिए इंटरनेट तथा सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ा है। हमें इंटरपोल के सौ साल पूरे होने के अवसर पर साइबर-अपराध से निपटने के लिए भी अपनी रणनीति को मजबूत बनाने की आवश्यकता है।
राजनाथ ने कहा आतंकवादी संगठनों के लिए इंटरनेट संचार का मुख्य साधन बन गया है। उन्होंने कहा, ऐसे विशेष इंटरनेट वेबसाइट इसमें भाग लेने वाले लोगों की पहचान छुपाने में सुरक्षित दीवार की तरह काम करते हैं। हिंसक आतंकवाद को रोकने के लिए ग्लोबल काउंटर टेरररिज्म आर्किटेक्चर को मजबूत किए जाने की तत्काल आवश्यकता है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपराधिक गतिविधियों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, 21वीं सदी में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक गतिविधियों के तरीके तथा क्षेत्र में विस्तार हुआ है। विभिन्न देशों के बीच वैश्वीकरण तथा वित्तीय लेनदेन के कारण अपराधिक गिरोहों को वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव बढ़ाने में सफलता मिली है।