वाशिंगटन। नासा ने ब्रह्मांड की उत्पत्ति, विकास, विभाजन और जीवन के भविष्य के अध्ययन के लिए सात शोध टीमों को पांच करोड़ डॉलर (करीब 306 करोड़ रुपये) प्रदान किया है।
नासा मुख्यालय में ग्रह विज्ञान डिवीजन के निदेशक जिम ग्रीन ने बताया, मंगल ग्रह के साथ ये शोध टीमें भविष्य के एस्ट्रोबायोलॉजी केंद्रित अभियानों से प्राप्त होने वाले आंकड़ों की व्याख्या करने में मदद करेंगी। चयनित टीमों में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर, एम्स रिसर्च सेंटर, जेट प्रोपल्सन लैब, एसईटीआई इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और यूनिवर्सिटी ऑफ मोंटाना शामिल हैं।
एक बयान में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि प्रत्येक टीम को औसतन 80 लाख डॉलर (करीब 49 करोड़ रुपये) की धनराशि प्राप्त होगी। नासा के एस्ट्रोबायोलॉजी प्रोग्राम की निदेशक मैरी वोय्तेक ने बताया कि एस्ट्रोबायोलॉजी ज्ञान की बहुत बड़ी गुंजाइश है। मसलन जीवन रहित ग्रहों से लेकर किस तरह जीवन पृथ्वी के कठोर वातारण के अनुकूल हुआ जिसे समझा जाएगा।