नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक को टिकाऊ आधार पर मुद्रास्फीति को नीचे लाने के लिए नीतिगत दरों में और बढ़ोतरी करनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने आज यह सुझाव दिया।
ऑस्ट्रेलिया के केयर्न्स में वित्त मंत्रियों व केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की जी-20 बैठक से पहले जारी नोट में आईएमएफ ने कहा कि भारत को ऊंची मुद्रास्फीति व बड़े राजकोषीय घाटे पर अंकुश के लिए और कदम उठाने की जरूरत है।
मुद्रास्फीति में कमी के मद्देनजर उद्योग की ब्याज दरों में कटौती की मांग पर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने हाल में कहा था, ब्याज दरों में कटौती का कोई मतलब नहीं है जबकि इससे मुद्रास्फीति फिर बढ़ सकती हो। रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा 30 सितंबर को पेश करेगा।