उदयपुर, नगर संवाददाता। सर्दियों की दस्तक के साथ ही राजस्थान में मेवाड अंचल़ के जलाशयों में प्रवासी पक्षियों का आना प्रारंभ हो गया है और जलाशयों में स्थानीय और प्रवासी पक्षियों का कलरव देखा सुना जा सकता है।
वरिष्ठ पक्षीविद् प्रीति मुर्डिया के नेतृत्व में बर्ड वॉचिंग के लिए निकले पक्षीविद विनय दवे, विधान द्विवेदी, भानुप्रताप सिंह, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर जय शर्मा आदि ने बर्ड विलेज मेनार और बड़वई का दौरा किया और यहां पर पक्षियों की उपस्थिति के संबंध में डेटा संकलित किया।
पक्षीविद विनय दवे ने बताया कि बर्ड वॉचिंग दौरान मेनार एवं बड़वई में लगभग एक दर्जन प्रवासी पक्षियों की उपस्थिति दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि मेनार जलाशय में प्रवासी पक्षी नदर्न शॉवलर, पेलीकन, बार हेडेड गूज, ग्रे लेग गूज, यूरेशियन विजन, कॉमन पोचार्ड, कॉमन टील, ट्फ्टेड पोचार्ड, मार्श हेरियर,फेरो जीनियस पोचार्ड, सिट्रीन वेगटैल, ग्रे वेगटैल सहित अन्य प्रवासी पक्षियों को जलक्रीड़ा करते देखा गया। इसी प्रकार आवासीय पक्षी ग्रेट क्रेस्टेड ग्रीब, लिटिलग्रीब, कॉम्ब डक, स्पॉट बिल डक, कॉमन कूट, कॉटन पिग्मी गुज, विसलिंग टील स्पू्नबिल, लिटिल कोरमोरेंट, डार्टर, व्हाइट एव ब्लैक आइबिस, पर्पल व ग्रे हेरॉन, पाइड किंगफिशर, कॉमन किंगफिशर व्हाइट ब्रेस्टेड किंगफिशर सहित कई वॉटर बर्ड्स की साइटिंग की गई।
जलाशयों में दिखाई दे रही प्रवासी पक्षियों की अटखेलियां
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