प्रदेश में असुरक्षा और अराजकता का माहोल, कहीं कश्मीर न बन जाए राजस्थान: रिटायर्ड कर्नल देवानंद

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जयपुर, राजस्थान, जगदीश कुमावत: 18 मई 2022, जयपुर, राजस्थान में पिछले कुछ महीनों से हो रही घटनाओं को लेकर प्रदेश के प्रबुद्धजनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चिंता जाहिर करते हुए जयपुर के राज भवन में राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्रा को ज्ञापन सौंपा है। प्रतिनिधि मंडल के सदस्य भूतपूर्व सैनिक विकास समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देव आनंद गुर्जर, पूर्व अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष श्री जसवीर सिंह, पूर्व सदस्य आरपीएससी श्री कन्हैया लाल बेरवा, पूर्व कुलपति मोहनलाल छीपा एवं पूर्व आईपीएस श्री डीडी सिंह। राज्यपाल महोदय ने प्रतिनिधि मंडल की बात को विस्तार पूर्वक सुनने के पश्चात उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया। ज्ञापन सोपे जाने उपरांत मालवीय नगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रबुद्धजन प्रतिनिधि मंडल ने विस्तारपूर्वक नागरिकों के समक्ष अपने विचार रखे।
भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देवानंद गुर्जर ने कहा कि जिस तरह से पिछले कुछ समय से राजस्थान में पत्थरबाजी, आगजनी एवम हत्याओं की घटनाएं हो रही है वह ठीक उसी तरह के हालातों को बयां कर रहे हैं। जैसे हालात आज से 30 – 40 वर्ष पूर्व कश्मीर में थे। पत्थरबाजी की घटनाएं 1 वर्ग की ओर से किया जाना बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि राजस्थान एक सीमावर्ती इलाका होने के कारण सरकार को ऐसी गतिविधियों में लिप्त असामाजिक तत्व पर कठोर कानूनी कार्रवाई एवं भविष्य में इनकी पुनरुक्ति ना हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि आम जनमानस में असुरक्षा का माहौल उत्पन्न न हो। घटनाओं की जांच के माध्यम से सरकार सुनिश्चित करें की इन घटनाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई संबंध नहीं है। ऐसे में कश्मीर जैसे हालात राजस्थान में न बने इसके लिए कठोर कार्रवाई की जरूरत है। अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन रहे जसवीर सिंह ने कहा कि राजस्थान में जिस तरह से पिछले कुछ महीनों में एक के बाद एक सांप्रदायिक दंगों जैसी घटनाएं हुई, उन घटनाओं ने प्रदेश में असुरक्षा और अराजकता का माहौल खड़ा कर दिया है, लेकिन उससे बड़ी चिंता की बात यह है कि सरकार इस तरह की घटनाओं पर एकतरफा कार्रवाई कर रही है। दंगों के बाद सरकार जिस तरह के स्टेटमेंट जारी कर रही है, इससे निष्पक्ष जांच होना असंभव है। सरकार इन दंगों को सामान्य घटना करार दे रही है, उसके बाद पुलिस भी उसी दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास गृह मंत्रालय भी है उन्हें इस बात की चिंता होनी चाहिए कि प्रदेश में जो माहौल बन रहा है वो ठीक नहीं है। और उससे ज्यादा गंभीर चिंता की सरकार जिस तरह से एक वर्ग विशेष को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है, उससे और ज्यादा असुरक्षित माहौल बन रहा है। उन्होंने कहा कि इन्हीं चिंताओं को लेकर प्रबुद्ध जन वर्ग राज्यपाल कलराज मिश्र से मिला और अपनी चिंता व्यक्त करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।