ग्राम जमुआ तप्पा बलिया थाना माईल तहसील बरहज जनपद देवरिया जो कुछ वर्ष पहले निलही कोठी के नाम से विख्यात था, किंतु इसका नाम वर्तमान में जमुआ हो गया है।

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गोरखपुर, संवाददाता दिव्यांशु सिंह: ग्राम जमुआ तप्पा बलिया थाना माईल तहसील बरहज जनपद देवरिया जो कुछ वर्ष पहले निलही कोठी के नाम से विख्यात था।किंतु इसका नाम वर्तमान में जमुआ हो गया है।इस गॉंव में अंग्रेजों का नील बनाने की फैक्टरी हुआ करती थी जिसमें नील बनता था जब देश आजाद हुआ तो अंग्रेज यहाँ की सारी भूमि यहाँ निवास करने वालों के हाथ सौंपकर चले गए।एक समय ऐसा भी था कि ग्राम के लोगों को लाइन में लगाकर प्रधानी का चुनाव होता था जिसमें लोग अपने प्रत्याशी को हाथ उठाकर मत देते थे उस समय यह ग्राम kundauli में आता था किंतु अफसोस कि बात ये है कि इस ग्राम के लोग जिस प्रधान को चुने वो चुनाव जीतने के उपरांत यहाँ की जमीन को अपने लड़कों के नाम करा लिया क्योंकि यहाँ के लोग जागरूक नहीं थे बल्कि अशिक्षा का माहौल था।जबतक यहाँ के लोगों को पता चला तबतक रघुनाथ निवासी ग्राम कुंडोली यहाँ के जमीन को अपने लड़कों के नाम करा लिया था जिसके उपरांत यहाँ के लोग देवरिया में अपील किये उसके बाद चकबंदी आ गयी फिर यह प्रकरण एस ओ सी कार्यालय लार में चला जहाँ रघुनाथ के लड़कों को हार मिली उसके बाद ये लोग माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद पहुंचे जहाँ माननीय न्यायालय के समक्ष ग्राम जमुआ के निवासियों से पैसा लेकर samghouta कर लिये उसके बाद जमुआ के ग्रामवासियों को ये लगा कि हम तो उचित मूल्य दे दिये हैं व आज या कल हमारे नाम से हो जायेगा और दोनों पक्ष शांत हो गये।किन्तु अंगद व बृजराज पुत्रगण रघुनाथ द्वारा अचानक अपने ही ग्राम के दबंग व्यक्ति शैलेश सिंह पुत्र सर्वदानंद को दिनाँक 15/12/2021 को उपरोक्त जमीन को अपने हक व हिस्सा को बेच दिया जिसके संबंध में ग्राम जमुआ के लोग निबंधक महोदय को अपना शिकायती प्रार्थना पत्र बैनामा करने के दिन ही दिये थे किंतु बैनामा नहीं रुका।व वर्तमान में जो विक्रय भूमि के भाग पर पक्का निर्माण व कुछ भाग पर वृक्षारोपण व जोत के रूप में ग्रामवासियों का कब्जा है । जिसके संबंध में आज तहसीलदार महोदय बरहज को उपरोक्त बातों को मौखिक रुप से बताया गया व ज्ञापन भी दिया गया कि भविष्य में नामांतरण न होने दें अन्यथा कोई अप्रिय घटना हो सकती है जिसपर तहसीलदार महोदय द्वारा हम ग्रामवासियों को आश्वासन दिया गया।