आगरा, नगर संवाददाता: शहर में सैकड़ो की संख्या में झोलाछाप लोगों का इलाज कर रहे है। ऐसे लोगों के इलाज करने के दौरान कई लोगों की मौते भी हो चुकी है। लेकिन मौत होने के बाद की कार्रवाई करने के बाद स्वास्थ्य विभाग झोलाछापों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। जिसके चलते झोलाछाप बैखौफ होकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे है। लेकिन जब भी विभाग शिकायत या समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद कार्रवाई करने का मन बनाता है तो विभाग के ही विभिषण कार्रवाई से पहले झोलाछापों को सूचना कर देते है। जिसके चलते झोलाछाप कार्रवाई से पहले ही क्लीनिक बंद कर भाग जाते है और कार्रवाई अधर में लटक जाती है। ऐसा ही बीते रोज शहीद नगर में देखने को मिला। शहीद नगर की बड़ी मस्जिद के पास दो झोलाछापों के क्लीनिक सालों से चल रहे है। जब भी कोई कार्रवाई होने को होती है तो स्वास्थ्य विभाग के ही मुखबिर पहले ही सूचना दे देते है। सूत्रों की माने तो इसके एवज में मुखबिर को माटी रकम हर महीने जाती है। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार इन झोलाछाप में से एक तो ऐसा हे जिसने अभी तक वैक्सीन तक नहीं लगवाई है। वहीं अन्य लोगों को भी वैक्सीन न लगवाने के लिए गुमराह कर रहा है। इससे साफ है की विभाग के ही लोगों द्वारा ऐसा कृत्य करने से विभाग और लोगों के साथ खिलवाड़ करने का कार्य किया जा रहा है। वहीं सीएमओ अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि अगर इस तरह का कार्य कोई व्यक्ति कर रहा तो जांच कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। वहीं आगे की छापेमारी गोपनीय तरीके से होगी। जिससे किसी को खबर न लगे।
स्वास्थ्य विभाग के विभिषण देते है झोलाछापों को सूचना
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