अपराधियों ने चौटाला के शासन की तर्ज पर अपराध के अड्डे बनाएः सुरजेवाला

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जींद, नगर संवाददाता: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी जब जनता के चुने हुए नुमाइंदे व विधायक तक भी व्यापारियों को यह कहने लग गए हैं कि अपनी सुरक्षा के लिए लठ उठा लो।
चुने हुए नुमाइंदों की इस तरह की बयानबाजी यह बताती है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का पूरी तरह दिवाला पिट गया है। अपराधियों ने चौटाला के शासन की तर्ज पर हरियाणा में जगह-जगह अपराध के अड्डे स्थापित कर लिए हैं। वे बुधवार को पूर्व नगर पार्षद जलपत राय बंसल के निवास स्थान पर उनके बेटे श्याम सुंदर बंसल की हत्या के बाद शोक जताने पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बात कही।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जींद जिले के उचाना से उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला विधायक हैं। वो भी पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी एक शब्द नहीं बोलते हैं। अब गुंडों और बदमाशों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का समय आ गया है। दुष्यंत चौटाला व मनोहर लाल को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने सरकार व प्रशासन को अपराधियों को पकडने के लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए तो कांग्रेस जन आंदोलन करेगी। प्रदेश में जंगलराज है। सरकार के कार्यकाल में चारों ओर गुंडों का शासन है। पुलिस के संरक्षण में अपराधिक घटनाओं को बेखौफ होकर अंजाम दिया जा रहा है। जनता भयभीत है और भाजपा और जजपा सरकार पूरी तरह गुम है। प्रदेश में हालत यह हो गई है कि लोगों को अपने आने वाली पीढियों की जान-माल की सुरक्षा के लिए अपने घर, परिवार छोड़कर दूसरे शहरों में कूच करना पड़ रहा है।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर अपराधियों के पास ऑटोमेटिक हथियार कहा से आ रहे हैं। श्याम सुंदर बंसल व भतीजे हन्नी बंसल पर सुबह के समय ताबड़तोड़ 21 राउंड फायरिंग कर अपराधी आराम से पैदल आते हैं और पैदल ही निकल जाते हैं। इस दिल दहलाने वाली घटना ने कानून व्यवस्था की स्तिथि को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि जींद में एक के बाद एक अपराधी अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। व्यापारियों से फिरौती मांगी जा रही है। अपहरण किया जा रहा है। हथियारों के साथ अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। व्यापारी सतीश जैन से दो करोड़ की फिरौती मांगी गई। जो आज तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।