प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऐसा शोध कराया जाए जो समाज के उपयोग में हो, केवल शोध पत्र में प्रकाशन के लिए रिसर्च नहीं कराया जाए।
पूरब का आक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए श्री प्रधान ने कहा कि यह विश्वविद्यालय देश का नेतृत्व करने वाली प्रयोगशाला है। सभी विधा में दुनिया के नेतृत्व करने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही हैं।
प्रधान ने समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से विश्वविद्यालय में पांच साल के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ की स्थापना कराने का ऐलान किया। साथ ही रिक्त पदों को जल्द भरने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय देश का नेतृत्व करने वाली प्रयोगशाला है। सभी विधा में दुनिया के नेतृत्व करने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही हैं।
उन्होने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने देश को राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी, न्यायविद और वैज्ञानिक दिए हैं। इसकी कीर्ति चहुंओर फैली है। देश को एक राष्ट्रपति और दो उपराष्ट्रपति देने का गौरव भी इस विश्वविद्यालय को मिला है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने देश की राजनीति को लंबे समय तक दिशा दी।
केंन्द्रीय मंत्री ने दीक्षांत समारोह में कुल 263 मेधावियों को मेडल से नवाजा। इनमें से चार ऐसे मेधावी हैं जिन्हे चांसलर गोल्ड मेडल दिया गया।
इसके अलावा चार स्टूडेंट्स को चांसलर सिल्वर मेडल, और दो मेधावियों को चांसलर ब्रांज मेडल से नवाजा। विभिन्न विषयों में शोघ करने वाले 550 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि भी प्रदान की गयी।
विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रसंघ बहाली को लेकर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात करने जा रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज होने के बाद छात्र हालैंड हाल हास्टल में घुस गये। पुलिस ने उन्हें वहां भी पीटा। पुलिस ने 15 छात्रों को हिरासत में लिया।
विश्वविद्यालय में ऐसा शोध कराया जाए जो समाज के उपयोग में होः प्रधान
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