नई दिल्ली, नगर संवाददाता: दिल्ली में यमुना घाटों पर छठ पूजा उत्सव को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी दल भाजपा के बीच जारी जुबानी जंग रविवार को उस समय और तेज हो गई, जब भारतीय जनता पाटी के सांसद प्रवेश वर्मा ने प्रतिबंध की अवहेलना कर घाट पर छठ पूजा करने की धमकी दी। साथ ही वर्मा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वह उन्हें रोककर दिखाएं।
इस बीच, आप के एक विधायक ने भाजपा पर द्वारका में उन्हें छठ घाट तैयार करने से रोकने का आरोप लगाते हुए धरना दिया।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है। इसे लेकर आप और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग जारी है। इस पर्व के राजनीतिक मायने भी हैं क्योंकि पूर्वांचल (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार) के लोग भारी संख्या में शहर में निवास करते हैं जोकि वोट बैंक के लिहाज से दोनों दलों के लिए अहम हैं।
पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने यमुना घाटों पर छठ पूजा पर ‘‘रोक’’ लगा दी है जोकि अस्वीकार्य है।
वर्मा ने कहा, ‘‘ मैं पूर्वांचली भाई-बहनों के साथ रहूंगा और हम आईटीओ पर छठ घाट की सफाई करके पूजा शुरू करेंगे। मैं अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि अगर वह रोक सकते हैं तो रोक लें।’’
इस बीच, भाजपा पर द्वारका में छठ घाट बनाए जाने में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए आप विधायकों संजीव झा और विनय मिश्रा ने धरना दिया।
बुराड़ी से आप विधायक झा ने कहा, ‘‘ छठ पूजा में बाधा डालने के लिए भाजपा पूर्वांचल के लोगों को छठ घाट बनाने नहीं दे रही है। इसके जवाब में आप विधायक और स्वयंसेवक द्वारका में छठ घाट बनाने के लिए आगे आए हैं।’’