चित्तौडगढ़, राजस्थान, चन्द्रप्रकाश भावसार: पावर प्लांट में कोयले की कमी के चलते बिजली उत्पादन में लगातार गिरावट आती जा रही है उसी को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा गांव से लेकर शहर तक बिजली कटौती की जा रही है। खासकर गांव में तो हालत और भी विकट है जहां रात रात भर तक बिजली नहीं आती। बिजली कटौती के खिलाफ आज एक अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला जब अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा फाउंडेशन के कार्यकर्ता कोयले से भरे बैग लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनके पास कोयले से भरे बैग थे। संगठन की ओर से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा गया वही कोयला सीएम फंड में जमा कराने का आग्रह किया। ज्ञापन में कहा गया कि पावर प्लांट में कोयले की कमी बताते हुए सरकार द्वारा बिजली कटौती की जा रही है जबकि हकीकत में सरकार द्वारा कोयला कंपनियों को पूर्व की बकाया राशि तक का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसकी आड़ में बिजली कटौती की जा रही है जबकि अल्प वर्षा के चलते किसानों को भी बिजली की जरूरत है। यदि किसानों को समय पर बिजली नहीं मिली तो उनके सामने आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा। बिजली कटौती के खिलाफ संगठन द्वारा कोयला सीएम फंड भेजा जा रहा है।
बिजली कटौती को लेकर अनोखा प्रदर्शन, सीएम फंड में कोयला जमा करवा जताया विरोध
News Publisher