नवीन तकनीकों से जुड़कर किसान करें तरक्की

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कानपुर, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता : हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है अर्थात यहां कृषि की प्रधानता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृषि के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। किसानों के हित में अनेक योजनायें चल रही हैं जिनमें एफपीओ प्रमुख है। कृषि एवं किसान नवीन तकनीकी से जुड़ते रहें ऐसा हमारा प्रयास है। इसके लिये भाकृअनुप, कृषि विवि., केवीके वैज्ञानिक निरन्तर कार्यरत हैं। गांव के समृद्ध होने से ही देश आत्मनिर्भर हो सकेगा। कृषि के विभिन्न उत्पादों के उत्पादन में भारत विश्व में प्रथम अथवा द्वितीय स्थान पर मिलेगा, यह किसानों और वैज्ञानिकों के प्रयासों से ही संभव हो पाया है। यह बातें गुरुवार को वर्चुअल मीटिंग में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कही।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष पर मनाये जा रहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘किसानों के लिये भोजन और पोषण’ पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। भाकृअनुप-अटारी कानपुर निदेशक डा. अतर सिंह ने भी कार्यक्रम में आनलाइन प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारा देश स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की संकल्पना के अनुरूप हम लोग इसे आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। जिसके अन्तर्गत भाकृअनुप के माध्यम से किसानों के हित के लिये विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, इसके अन्तर्गत आज का कार्यक्रम जो कि ‘किसानों के लिये भोजन और पोषण’ विषय पर मनाया जा रहा है। इन कार्यक्रमों से अनेक निष्कर्ष आयेंगे जो किसानों के हित में होंगे।बताया कि, कार्यक्रमों की पूरी योजना बन चुकी है एवं प्रकाशन भी आ चुका है इसके लिये महानिदेशक महोदय को बधाई। किसान बन्धुओं का भी इन कार्यक्रमों से जुड़ना काफी आवश्यक हैं क्योंकि इससे उन्हों महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।

कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कुपोषण को दूर करना भारत सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। हमारे देश में खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है फिर भी कुपोषण की समस्या सही सही अनुपात में पोषक तत्व न मिल पाने की वजह से है। इसकी को देखते हुए भारत सरकार द्वारा कुपोषण दूर करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। एफपीओ के अन्तर्गत किसान अपनी आय बढ़ाने में सक्षम हो रहे हैं।

महानिदेशक भाकृअनुप नई दिल्ली डा. त्रिलोचन महापात्रा ने कहा कि मंत्री के निर्देश के अनुसार हम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का आयोजन कर रहे हैं जिसे 75 सप्ताह तक मनाया जायेगा। इसके अन्तर्गत प्रत्येक सप्ताह किसानों के हित के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। भाकृअनुप कुपोषण को दूर करने की दिशा में काफी कार्य कर रहे हैं जिसमें बायो फोर्टिफाइड प्रजातियां, पोषणथाली, न्यूट्रीगार्डन आदि प्रमुख हैं। सरकार के निर्देशानुसार वर्ष 2023 को पोषण का राष्ट्रीय वर्ष के रूप में मनाया जाना है। आज के इस कार्यक्रम के अन्तर्गत भी करीब पूरे देश में 30 से 35 हजार किसान कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े हैं।