नई दिल्ली, नगर संवाददाता: राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ समय से दिल्ली पुलिस लगातार गैंगस्टरों की कमर तोड़ रही है। हाल में गैंगस्टर फज्जा का एनकाउंटर करने के बाद अब पुलिस दीपक पहल उर्फ बॉक्सर की तलाश कर रही है। दीपक सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है। गोगी गैंग में शामिल दीपक गोगी की गिरफ्तारी के बाद से गैंग की कमान संभाल रहा है। कभी देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतने का सपना देखने वाले दीपक पर आज दो लाख रुपये का इनाम घोषित है। 15 वर्ष की उम्र में बना जूनियर चैंपियन दीपक ने नौवीं कक्षा तक पढ़ने के बाद बॉक्सिंग शुरू कर दी थी और इसी में भविष्य बनाने के साथ वह सरकारी नौकरी पाना चाहता था। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सोनीपत स्थित अपने सेंटर में उसे ट्रेनिंग के लिए चुना था। महज 15 वर्ष की उम्र में 57 किलो कैटेगरी में दीपक जूनियर नेशनल चैंपियन बन गया। बचपन से बॉक्सिंग चैंपियन विजेंद्र सिंह को आदर्श मानते हुए उसने बॉक्सिंग खेलना शुरू किया। नौ साल पहले तक वह भारत की जूनियर बॉक्सिंग टीम का खिलाड़ी रहा जिसने जूनियर बॉक्सिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल भी जीता। 2016 में गोगी को पुलिस हिरासत से भगाया किसी घटना के बाद दीपक को बॉक्सिंग से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद वह निराश हो गया। उसी दौरान उसकी मुलाकात गोगी के सबसे खास शूटर कुलदीप मान उर्फ फज्जा से हुई और वह गैंग में शामिल हो गया। वर्ष 2016 में पहली बार उसने जितेंद्र गोगी को पुलिस हिरासत से फरार करवाने में मदद की। इस मामले में वह गिरफ्तार भी हुआ था, लेकिन कुछ ही समय बाद उसकी जमानत हो गई। इसके बाद से वह गोगी के इशारे पर वारदातों को अंजाम देने लगा। 2018 में मकोका में बना आरोपित वर्ष 2018 में दिल्ली पुलिस ने गोगी और उसके साथियों पर मकोका के तहत केस दर्ज किया। इस एफआईआर में उन्होंने दीपक पहल को भी आरोपित बनाया। इसके बाद से ही वह अपना घर छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस का मानना है कि अब तक वह गोगी गैंग के साथ मिलकर चार हत्या की वारदातों को अंजाम दे चुका है। हाल में पुलिस ने जितेंद्र गोगी को जेल से रिमांड पर लिया है जिससे दीपक पहल के बारे में पूछताछ की गई। गैंग की कमान संभाल रहा दीपक स्पेशल सेल ने वर्ष 2020 में इस गैंग के सरगना जितेंद्र मान को गिरफ्तार किया था। इसके बाद जितेंद्र गोगी ने जेल से ही यह निर्णय लिया कि गैंग की कमान दीपक पहल संभालेगा। हाल ही में उसने जीटीबी अस्पताल से कुलदीप मान उर्फ फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में अहम भूमिका निभाई। इसके लिए उसने बैंकॉक में मौजूद काला जठेड़ी से मदद ली थी।
ऐसे बन गया कुख्यात बदमाश जूनियर बॉक्सिंग का चैंपियन
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