मोदीनगर, नगर संवाददाता: महाशिवरात्रि का पर्व गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने जहां व्रत रखकर भगवान शिव की घर पर आराधना की, वहीं लाखों लोगों ने शिवालयों में जलाभिषेक कर भगवान शिव को मनाया। बड़े मंदिरों में अपार भीड़ होने के कारण पुलिस-प्रशासन और मंदिर समिति के भी पसीने छूटते रहे। देर शाम को अधिकारियों ने भीड़ कम होने पर राहत की सांस ली। हालांकि, हरिद्वार, ऋषिकेश से डाक कांवड़ लाने वाले शिवभक्तों की आवाजाही देर शाम तक लगी रही। मुहूर्त के हिसाब से ही शिवभक्तों ने हरिद्वार, ऋषिकेश से जल उठाया था।
महाशिवरात्रि होने के चलते गुरुवार अलसुबह से ही शिवालयों में भक्तों की भीड़ जुटने लगी थी। सात बजे के आसपास मंदिरों में लंबी कतारें लग गई। सुराना स्थित घूमेश्वर महादेव शिवमंदिर में तो एक किलोमीटर से अधिक लंबी लाइन लगी हुई थी और लोग अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। जबकि, एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में कांवड़िये भी जलाभिषेक करने के लिए मंदिर में पहुंच चुके थे।
गाजियाबाद के अलावा बागपत, दिल्ली, नोएडा से भी लोग जलाभिषेक करने के लिए सुराना आए। मंदिर की सुरक्षा चाक-चैबंद की गई थी। उधर, बैंक कालोनी स्थित शिवशक्ति मंदिर, गोविदपुरी स्थित 84 घंटेश्वर मंदिर, छतरी वाले मंदिर, मुरादनगर के जलालपुर रोड स्थित कैलाश मान सरोवर मंदिर सहित देहात में भी शिवमंदिरों में दोपहर तक जलाभिषेक करने के लिए भीड़ लगी रही। इसके अलावा देर शाम तक हरिद्वार, ऋषिकेश से फाल्गुन मास में डाक कांवड़ लाने वालों की आमद लगी हुई थी। सावन मास में लाकडाउन के चलते कांवड़ लाने से वंचित रहने वाले बड़ी संख्या में दिल्ली-एनसीआर से कांवड़िये डाक और सामान्य कांवड़ लाने गए थे। इसी वजह से इस बार कांवड़ियों की संख्या ज्यादा दिखी।