गुरुग्राम, हरियाणा, नगर संवाददाता: करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल सिंह अम्मू के बड़े बेटे अनिरुद्ध राघव की मौत ने हर किसी को हिला दिया। मौत की खबर जिसने सुनी, स्तब्ध रह गया। हर किसी के मुख से यही निकला हंसते-खेलते परिवार में अचानक ऐसा क्या हो गया? कुछ लोग सूचना मिलते ही गाजियाबाद के लिए रवाना हो गए। अम्मू के निवास स्थान एमजी रोड स्थित एस्सेल टावर सोसायटी से लेकर शहर में हर जगह अनिरुद्ध की मौत को लेकर दिन भर चर्चा चलती रही। किसी को मौत की कहानी समझ में नहीं आ रही है।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पत्नी के साथ रह रहे अनिरुद्ध की मौत मंगलवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई। पता चलते ही सूरजपाल सिंह अम्मू के नजदीकी व वरिष्ठ भाजपा नेता सुमेर सिंह तंवर सहित कई लोग गाजियाबाद के लिए रवाना हो गए थे। इसी तरह राजपूत महासभा से जुड़े कई लोग भी गाजियाबाद पहुंचे। भाजपा नेता सुमेर सिंह तंवर ने कहा कि अनिरुद्ध को उन्होंने बचपन से देखा है। बहुत ही मिलनसार स्वभाव के थे। हमेशा हंसते रहते थे। दूसरों से हमेशा प्रेरित करने वाली बात किया करते थे। उनकी मौत की सूचना से बहुत धक्का लगा है।
राजपूत महासभा गुरुग्राम के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह चैहान ने कहा कि मौत की सूचना एक बार तो विश्वास ही नहीं हुआ। अम्मू ही नहीं बल्कि उनके परिवार में सभी लोग हंसमुख हैं। अनिरुद्ध भी सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। राजपूत महासभा के मीडिया प्रभारी मुकुल प्रताप सिंह ने कहा कि अनिरुद्ध फेसबुक पर काफी सक्रिय रहते थे। काफी अच्छे विचार पोस्ट किया करते थे। उनकी बातें हमेशा प्रेरित करने वाली होती थीं। सूरजपाल सिंह अम्मू की तरह ही अनिरुद्ध भी काफी मिलनसार स्वभाव के थे। जिससे एक बार मिलते थे, उसे अपना बना लेते थे। अनिरुद्ध के निधन पर विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक संगठनों के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
कार्यक्रमों में शेर की दहाड़ने वाले करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल सिंह अम्मू बेटे की मौत से इस कदर टूट गए हैं वे फिलहाल कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं। केवल इतना ही उनके मुख से निकल रहा है लंदन से पढ़कर आया था। उसे बहुत ऊंचा मुकाम हासिल करना था। न जाने कितने सपने थे। सभी एक पल में समाप्त हो गए। ऐसा क्यों हुआ, वह भी नहीं समझ पा रहे हैं।
बता दें कि मूल रूप से सोहना निवासी व वर्तमान में एमजी रोड स्थित एस्सेल टावर सोसायटी में रह रहे सूरजपाल सिंह अम्मू की पहचान भाजपा के कद्दावर नेताओं में है। अनिरुद्ध भी उत्तर प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा में सक्रिय थे। वह करणी सेना को मजबूत बनाने में अपने पिता का सहयोग कर रहे थे।