नई दिल्ली, नगर संवाददाता: डीजल-पेट्रोल के बढ़ते भावों को लेकर ट्रांसपोर्ट व्यवसाई लामबंद हुए हैं। इस संबंध में ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों ने बैठक कर इसके समाधान के लिए डीजल-पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की है। दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गनाइजेशन और ऑल इंडिया गुडस एंड मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने इस संबंध में बैठक की है। ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से डीजल-पेट्रोल को जीएसटी में लाने के लिए सरकार से बातचीत करने का फैसला लिया गया है। इस संबंध में प्रतिनिधिमंडल सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखेगा। अगर इस माध्यम से मांग पर अमल नहीं होता है, तो ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों को मजबूरन विरोध प्रदर्शन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में लागत की 65 फीसदी भागीदार पेट्रोल-डीजल की है।
डीजल-पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग
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