मथुरा, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: कस्बा में मंगलवार को टीकाकरण कराने से इंकार करने वाले परिवारों को आखिरकार मना लिया गया। शेष परिवारों का टीकाकरण 01 और 02 मार्च को होगा। टीकाकरण से इंकार करने वाले सभी परिवार अल्पसंख्यक हैं। इन परिवारों का कहना था कि यदि अपने बच्चों को टीके लगवाए तो कुष्ठ रोग हो जाएगा। कोसीकलां सीएचसी के प्रभारी डॉ. गिरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि कस्बे के राठौर नगर में आठ परिवारों द्वारा अपने बच्चों को मिशन इंद्रधनुष में 23 फरवरी को टीका लगाने से इंकार करने पर पुलिस को की मदद लेनी पड़ी। बाद में इन परिवारों को समझाया गया कि बच्चों को टीका लगाने से किसी प्रकार का कुष्ठ रोग नहीं होता है जैसा कि उनमें भ्रम था। पूर्व में कोसीकला में जो टीकाकरण हुआ था, उसमें इन परिवारों ने टीका नहीं लगवाया था। टीका लगवाने से इंकार करने वालों में असलम, कल्ल, आशिका, जाहिद, मुनीम, आजाद, शाकिर, बबलू व हमीद के परिवार हैं। उसी समय यह रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज दी गई थी। 23 फरवरी को जब डॉ कमलेश के नेतृत्व में टीम इन परिवारों में पहुंची तो यह लोग झगड़े पर उतारू हो गये। स्वयं उन्हें लोगों को समझाने जाना पड़। अब टीकाकरण करा दिया है। प्रभारी ने बताया कि दो अल्पसंख्यक बस्ती में अभी कुछ और बच्चे टीकाकरण से रह गए हैं, उन्हें 1 व 2 मार्च को टीका लगवाया जाएगा। डॉक्टर गजेंद्र पाल सिंह ने बताया मिशन इंद्रधनुष में जो टीके लगाए जाते हैं, उनसे भविष्य में बच्चे को बड़े होने पर बीमारी से मुक्ति मिलती है। अतः सभी लोगों को अपने बच्चों को टीकाकरण कराना चाहिए।
चिकित्सकों ने भ्रम दूर कर आखिर बच्चों का टीकाकरण कराया
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