फरीदाबाद, नगर संवाददाता: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीएनडीटी एक्ट के तहत उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के अंतर्गत आने वाले महोर्सा गांव में छापेमारी की है। कोतवाली अहार थाना क्षेत्र में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम दो लोगों को पकड़ने में कामयाब भी रही है, जबकि मुख्य आरोपित अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर फरार हो गया। स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली थी कि अपने शहर से कुछ लोग उत्तरप्रदेश जाकर भ्रूण लिंग जांच करवा रहे हैं। इसके आधार पर एक टीम गठित की गई। टीम में खेड़ीकलां स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा.हरजिदर सिंह, तिगांव स्वास्थ्य केंद्र से डा.राखी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीकरी से डा.नितिन शामिल थे। इसके अलावा एक गर्भवती महिला भी शामिल थी, जिसे फर्जी ग्राहक बनाया गया। गर्भवती महिला ने स्थानीय महिला पार्वती से संपर्क किया और 16 हजार रुपये में गर्भ में पल रहे भ्रूण की पहचान के लिए सहमति बनी। महिला पार्वती की गाड़ी में बैठकर बुलंदशहर चल दी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की गाड़ी उनका पीछा कर रही थी। बुलंदशहर में प्रवेश करने पर उन्हें बबीता नाम की महिला मिली, जिसने फर्जी ग्राहक को सोहिल नाम के व्यक्ति से मिलवाया। सोहिल महिला को महोर्सा गांव ले गया। वहां पर एक शिविर लगाकर भ्रूण की लिंग जांच की जा रही थी। महिला का अल्ट्रासाउंड करके गर्भ में लड़के के भ्रूण की पुष्टि की गई। इसके बाद महिला ने इशारा कर दिया और छापेमारी शुरू कर दी। इस दौरान मुख्य आरोपित अल्ट्रासाउंड मशीन को लेकर फरार हो गया, जबकि सोहिल एवं अन्य व्यक्ति को पकड़ लिया गया। इसके बाद टीम ने बुलंदशहर जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क किया और पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा.हरजिदर ने बताया कि फर्जी ग्राहक के अलावा अन्य महिलाएं भी भ्रूण की जांच कराने के लिए आई थी। इसमें अभी और भी गिरफ्तारियां होंगी।
सूचना मिलते ही अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर आरोपित फरार
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