ग्रेटर नोएडा, नगर संवाददाता: शारदा अस्पताल में कोरोनारोधी वैक्सीन नहीं लगने से नाराज पीजी की पढ़ाई करने वाले डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट दफ्तर का घेराव किया और वैक्सीन जल्द से जल्द लगवाने की मांग की। उनका कहना है कि कोविड के दौरान उन्होंने वार्ड से लेकर इमरजेंसी व आईसीयू में अपनी सेवाएं दीं, लेकिन अब तक की लिस्ट में उनका नाम नहीं आया है।
कोविड महामारी फैलने पर सरकार ने शारदा अस्पताल को कोविड अस्पताल का दर्जा दिया था। यहां पर कोरोना मरीजों की सुविधाओं को देखते हुए तमाम प्रयास किए गए थे। वार्ड से लेकर आईसीयू तक में बदलाव कर आधुनिक मशीनें लगाई गईं। 200 से ज्यादा डॉक्टरों की डयूटी लगाई गई। इसमें पीजी के छात्रों को भी रखा गया। पीजी के छात्र डॉ. श्रेय श्रीवास्तव ने बताया कि हमलोगों ने कोरोना मरीजों की बेहतर देखभाल की। अपनी परवाह किए बगैर जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। पीजी स्टूडेट डॉ. अदिति शर्मा और डॉ. आकांक्षा भाटिया ने कहा कि आईसीयू में गंभीर रोगियों का उपचार किया, इसी का नतीजा रहा कि जिले में कोविड केसों पर लगाम लगी। हमलोगों को उम्मीद थी कि जब वैक्सीनेशन शुरू होगा तो सबसे पहले हमलोगों को टीके लगाए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इसी मांग को लेकर हमलोगों ने एमएस से नाराजगी जताई और जल्द वैक्सीन लगाने की गुहार लगाई। इस बारे में शारदा अस्पताल के एमएस डॉ. आशुतोष निरंजन ने बताया कि पीजी के डॉक्टरों ने वैक्सीनेशन न होने को लेकर अपनी नाराजगी जताई है। हमलोगों ने दोबारा से जिला प्रशासन और सरकार स्तर तक प्रयास किए हैं। उम्मीद है जल्द ही इनको टीके लगेंगे।