ग्रेटर नोएडा, नगर संवाददाता: फिल्म सिटी को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित किया जा सकता है। फिल्म निर्माण की जरूरी सुविधाओं के साथ इंस्टीट्यूट एवं एम्यूजमेंट पार्क आदि विकसित करने का सुझाव है। कोल्डवेल बैंकर्स रिचर्ड एलिस (सीबीआरई) साउथ एशिया प्रा लि ने फिल्म सिटी की ड्राफ्ट विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) सोमवार को यमुना प्राधिकरण अधिकारियों को सौंप दी है। प्राधिकरण बृहस्पतिवार को फिल्म उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर कर उनके सुझाव लेगा। इन सुझावों को साथ रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
प्रदेश सरकार यीडा सिटी के सेक्टर 21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी विकसित करने जा रही है। इसकी डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी सीबीआरई को सौंपी गई है। कंपनी ने ड्राफ्ट रिपोर्ट में कई सुझाव दिए हैं। इसके तहत फिल्म सिटी में थ्री डी प्रभाव स्टूडियो, 360 डिग्री एक्सपीरियंस साउंड रिकार्डिंग, एडिटिग, एनिमेशन स्टूडियो समेत मंदिर, चर्च, गुरुद्वारा, मसजिद, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, आउट डोर लोकेशन, होटल, आवासीय परिसर, फिल्म इंस्टीट्यूट, एम्यूजमेंट पार्क विकसित करने का सुझाव दिया गया है। प्री प्रोडक्शन से लेकर पोस्ट प्रोडक्शन तक का कार्य एक ही परिसर में किया जा सके। फिल्म निर्माण के साथ इसे पर्यटन का केंद्र बनाकर आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके। कंपनी ने फिल्म सिटी के निर्माण के लिए पीपीपी मॉडल को श्रेष्ठ बताया है। बॉक्स
अभिनेत्री गुल पनाग, निर्माता अनुभूति वैद्य, फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार का स्टाफ फिल्म सिटी के बारे में यमुना प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह से मिलकर चर्चा कर चुके हैं। गुल पनाग ने पिछले सप्ताह सीईओ से मुलाकात की थी, जबकि अनुभूति वैद्य अपनी टीम के साथ सोमवार को प्राधिकरण कार्यालय पहुंची थीं। प्राधिकरण बृहस्पतिवार को फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर उनके सुझाव लेगा। इन सुझावों को डीपीआर में शामिल कर रिपोर्ट शासन की स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी।
फिल्म सिटी की ड्राफ्ट डीपीआर मिल गई है। इसका अध्ययन किया जा रहा है। फिल्म उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर यह रिपोर्ट साझा की जाएगी और सुझाव लिए जाएंगे। यीडा सिटी में विश्वस्तरीय सुविधाओं से परिपूर्ण फिल्म सिटी विकसित की जाएगी।
-डा. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण