मानेसर, नगर संवाददाता: गाड़ियों की खरीद-फरोख्त और प्रॉपर्टी डीलर रविंद्र की हत्या के मामले की जांच के लिए एसीपी प्रीतपाल ने सीआइए की पांच यूनिट एक साथ लगा दी हैं लेकिन पुलिस हत्या आरोपी का पता नहीं लगा सकी है। अब तक की जांच में पुलिस इस हत्या को रंजिश मान रही है। हालांकि, मानेसर ग्राम सभा ने मामला न सुलझता देख पुलिस के खिलाफ कई बार पंचायत भी की। एसीपी की मानें तो हर पहलू को लेकर पुलिस जांच कर रही है। दो महीने पहले मानेसर निवासी रविंद्र यादव का शव पटौदी-गुड़गांव रोड पर गाड़ौली गांव के पास मिला था। पुलिस ने तलाशी के दौरान आइडी आदि कागजात से रविंद्र की पहचान की। परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविंद्र ने अपने खेड़कीदौला टोल स्थित ऑफिस से निकलते समय कुछ ही देर में घर पहुंचने की बात परिवार से की थी। करीब डेढ़ घंटे बाद ही उसका मोबाइल बंद आने लगा। परिवार वाले उसकी तलाश करते रहे। रविवार सुबह उसका शव गाड़ौली में रोड की पटरी पर खड़ी उसकी कार के पास मिला। मृतक के भाई सुदेश यादव का कहना है कि खुद गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त केके राव ने पंचायत के रोष को देखते हुए आरोपी को पकड़ने या पता बताने वाले के लिये पांच लाख का इनाम घोषित किया है।
रविन्द्र हत्याकांड की जांच में सीआइए की पांच यूनिट लगी, नहीं हुआ खुलासा
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