नई दिल्ली/नगर संवाददाता : जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय ने रविवार को कहा कि दक्षिणी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आसपास के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई, छात्रों के आंदोलन के दौरान नहीं।
विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि शु्क्रवार को पुलिस और छात्रों के बीच झड़प के बाद उसने पहले ही सर्दियों की छुट्टी घोषित कर दी है और सेमेस्टर परीक्षा टाल दी है। विश्वविद्यालय ने कहा, छात्रावास में रहने वाले बड़ी संख्या में छात्र पहले ही यहां से चले गए हैं और कुलपति नजमा अख्तर ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
राज्यपाल से मिले मुख्यमंत्री: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल से बात की, उनसे जामिया विश्वविद्यालय के समीप हिंसा के बाद शांति बहाल करने के लिए हरसंभव कदम उठाने का अनुरोध किया।