पुणे/नगर संवाददाता : बंगाल वॉरियर्स ने हरियाणा स्टीलर्स ने गुरुवार को पुणे के श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बालेवाड़ी में खेले गए 97वें मैच में 48.36 से हरा दिया। बंगाल के लिए ये ऐतिहासिक जीत है क्योंकि प्रो कबड्डी इतिहास में इससे पहले कभी भी बंगाल ने हरियाणा को नहीं हराया था और इस कारनामे को अंजाम दिलाने में कप्तान मनिंदर सिंह ने सबसे बड़ा योगदान दिया।
मनिंदर ने एक और सुपर-10 करते हुए कुल 18 रेड प्वाइंट्स लिए, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है जबकि बलदेव सिंह ने सीजन का छठा हाई फाइव हासिल करते हुए 6 टैकल प्वाइंट्स लिए और इस सीजन में उन्होंने 50 टैकल प्वाइंट्स भी पूरे कर लिए।
हरियाणा की तरफ से विनय ने इस मैच में सुपर-10 करते हुए 14 रेड प्वाइंट्स लिए तो विकास कंडोला ने 9 रेड प्वाइंट्स लिए। इस मैच में हरियाणा के नियमित कप्तान और दिग्गज डिफेंडर धर्मराज चेरालाथन नहीं खेले और इसका असर हरियाणा पर साफ दिख रहा था। धर्मराज के नहीं होने से हरियाणा का डिफेंस तितर बितर दिख रहा था, साथ ही साथ हरियाणा के विकास कंडोला भी पहले हॉफ में फ्लॉप दिख रहे थे।
प्रो कबड्डी इतिहास में बंगाल वॉरियर्स की हरियाणा स्टीलर्स पर ये पहली जीत है। इससे पहले खेले गए 3 मैचों में सभी के सभी हरियाणा ने जीते थे। इस ऐतिहासिक जीत के बाद अंक तालिका में 17 मैचों में 63 अंकों के साथ बंगाल नंबर.2 पर बरकरार हैए हालांकि हरियाणा भी हारने के बावजूद तीसरे पायदान पर कायम है।