नई दिल्ली/नगर संवाददाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से उनकी मुलाकात राजनीतिक नहीं है। ममता बनर्जी की पीएम मोदी और अमित शाह से तल्खी जगजाहिर है। दोनों ही और से एक दूसरे पर शाब्दिक बाण चलते रहते हैं। इन मुलाकातों से सवाल उठ रहे हैं कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की मुखर आलोचक रहीं ममता बनर्जी के रुख में अचानक नरमी क्यों आ रही है।
कुछ दिन पहले, वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि बनर्जी की मोदी से मुलाकात कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को बचाने की आखिरी कोशिश है। बनर्जी की दिल्ली यात्रा ऐसे वक्त हुई है जब सीबीआई सारदा घोटाले के सिलसिले में कुमार की तलाश में जुटी हुई है। कुमार बनर्जी के करीबी माने जाते हैं।
भाजपा महासचिव और पार्टी के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, ‘अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे।’ ट्वीट के साथ भाजपा नेता ने मोदी और शाह से बनर्जी की मुलाकात की दो तस्वीरें भी पोस्ट की हैं और लिखा है कि मोदी और शाह से बनर्जी की मुलाकात को क्या इस अर्थ में लिया जाए।
एक अन्य भाजपा नेता जीतू जिराती ने भी ममता पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ममता के ही कुछ पुराने बयान ट्वीट किए जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं नरेंद्र जी मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती…. मोदी जी को में बंगाल में कंकर वाले रसगुल्ले खिलाऊंगी… गुजरात का गुंडा अमित शाह….. उन्होंने सवाल किया कि पुष्प गुच्छ लेकर किनसे मिलने गए हो दीदी।
ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात एक संवैधानिक दायित्व है। इसके अलावा हमारे पास बांग्लादेश और भूटान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा को लेकर मुद्दे हैं तथा बिहार और झारखंड के साथ राज्य की लगती सीमा को लेकर भी मुद्दे हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों को शेष देश से जोड़ने वाले संकरे गलियारे का संवेदनशील मुद्दा भी है। इसलिए, उस परिप्रेक्ष्य में गृह मंत्री के साथ बैठक आवश्यक है।
बुधवार को बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद बनर्जी की उनसे यह पहली मुलाकात थी। उन्होंने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह और जून में नीति आयोग की बैठक में शिरकत नहीं की थी। इससे पहले उनकी मोदी से मुलाकात मई 2018 में हुई थी।
बनर्जी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिलने के साथ ही कांग्रेस नेता अहमद पटेल से भी मुलाकात की। शाम में, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने साउथ एवन्यू स्थित बनर्जी के आवास पर उनसे मुलाकात की।
सूत्रों ने बताया कि वह कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से भेंट नहीं कर सकीं, क्योंकि गांधी महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर व्यस्त थी। बनर्जी शुक्रवार दोपहर को बंगाल लौट जाएंगी।