श्रीनगर/नगर संवाददाता : पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा मंगलवार को श्रीनगर हवाईअड्डे पर पहुंचे लेकिन उन्हें शहर में नहीं जाने दिया गया और उन्हें आखिरी उड़ान से दिल्ली लौटना पड़ा। सिन्हा एयर मार्शल कपिल काक (सेवानिवृत्त) और सामाजिक कार्यकर्ता सुशोभा भावे के साथ मंगलवार शाम को श्रीनगर हवाईअड्डे पहुंचे थे।
दिल्ली से आई एक उड़ान से सिन्हा को उतरते हुए देखकर हरकत में आए हवाईअड्डे के अधिकारी और पुलिस अफसर तत्काल उन्हें वीआईपी लाउंज में ले गए। अधिकारियों को इस बारे में कोई सूचना नहीं थी कि सिन्हा को शहर में प्रवेश की इजाजत है या नहीं।
81 वर्षीय सिन्हा को विनम्रता से वापसी के लिए कहा गया और उन्हें शहर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गयी जहां पांच अगस्त से संचार नेटवर्क नहीं हैं और पाबंदियां लागू हैं।
अधिकारियों के मुताबिक सिन्हा ने अधिकारियों से वह आदेश दिखाने को कहा जिसके तहत उन्हें शहर में प्रवेश की इजाजत नहीं है।
उन्होंने दिल्ली नहीं लौटने की बात कही और प्रदेश के अधिकारियों को संदेश दिया कि वह तब तक हवाईअड्डे पर रहेंगे जब तक उन्हें शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती।
राज्य प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने अंततः सिन्हा के साथ आए लोगों को मना लिया जिसके बाद सिन्हा को अंतिम उड़ान से दिल्ली रवाना किया गया। अन्य दोनों सदस्य श्रीनगर शहर में चले गये।
उल्लेखनीय है कि पहले भी कई नेताओं को श्रीनगर में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली है और उन्हें हवाई अड्डे से ही दिल्ली लौटना पड़ा है। इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद और भाकपा महासचिव डी राजा शामिल हैं।