दिल्ली/नगर संवाददाता : दिल्ली सर्राफा बाजार में 250 रुपए चमककर पहली बार 40 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान चांदी 200 रुपए उछलकर 49050 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। कहा जा रहा है कि सोना बढ़कर 42 हजार तक जा सकता है जबकि चांदी भी 55 हजारी हो सकती है। ऐसे में लोगों के जेहन में यह सवाल उठ रहा है कि सोने के दाम क्यों बढ़ रहे हैं…..
निवेशकों को रास आई सोने की चमक : जैसे-जैसे दुनियाभर में आर्थिक मंदी की आहट सुनाई दे रही है, शेयर बाजारों से निवेशकों का मोहभंग हो रहा है और निवेशक वहां से पैसा निकालकर पीली धातु में निवेश कर रहे हैं। अगर मंदी का प्रभाव बढ़ता है तो इसके दाम में और भी तेजी आ सकती है।
विश्लेषकों का कहना है कि दुनिया की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में आ रही तेजी की वजह से भी पीली धातु में तेजी दिखाई दे रही है। इस समय डॉलर की तुलना में रुपया लगातार कमजोर हो रहा है।
अर्थव्यवस्था की कमजोरी : सोने के दामों में लगातार आ रही तेजी इस बात का संकेत दे रही है कि अर्थव्यवस्था इस समय अच्छी स्थिति में नहीं है। जब अर्थव्यवस्था मजबूत होती है तो सोने के दाम कम होते हैं और शेयर बाजार में तेजी दिखाई देती है।
ट्रेड वॉर रू अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं पर बुरा असर डाला है। कई छोटे देश इन 2 दिग्गज अर्थव्यवस्थाओं के बीच पिसते नजर आ रहे हैं। इसका असर वहां की मुद्राओं पर भी पड़ा है। सोने के तेजी से बढ़ते दामों के पीछे यह एक बड़ी वजह है।
युद्ध की आशंका : इस समय लोग युद्ध की आशंका से भी डरे हुए हैं। एक तरफ पाकिस्तान लगातार भारत से युद्ध की धमकी दे रहा है तो अमेरिका और ईरान में भी तनातनी मची हुई है। इस वजह से भी सोने के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
वित्त विशेषज्ञ योगेश बागौरा के अनुसार, 5 तारीख को चांदी की कटान है। ऐसे में सोना.चांदी किस दिशा में आगे बढ़ेगा यह इस दिन तय हो जाएगा। हालांकि माना जा रहा है कि अर्थव्यवस्था में सुधार की दिशा में उठाए गए कदमों से जल्द ही इन दोनों धातुओं के दाम कम हो सकते हैं।