हरियाणा/बराडा, गुरप्रीत सिंह मुल्तानी : मुलाना, बराड़ा मुलाना के धनौरा गांव स्थित दो मेडिकल स्टारों पर स्वास्थ्य विभाग के एसडीआई व ड्रग कंट्रोलर ने रेड़ कर नशीली दवाईया पकड़ स्टोर को सील कर दिया है। दुकान में बिल बुक में इन दवाओं की सेल प्रचेज का रिकार्ड नही मिला। नशीली दवाइयां ड्रर्ग्स एक्ट की धज्जियां उडा बिना बिल बेची जा रही थी। करीब तीन घंटे मेडिल स्टोर खंगाला। जिसमें नशीली दवाइयां मिलने पर सैंपल लिए गए। ड्रग कंट्रोलर अधिकारी सुनील चौधरी ने दुकान से दवाइयां बरामद कर कार्रवाई करते हुए दुकान को सील कर दिया। जिसकी चाबी मेडिकल स्टोर संचालक को दे दी। साथ ही चेताया कि दुकान खुली मिली तो उसकी जिमेवारी होगी। सूचना मिली थी कि धरौना गांव से एक मेडिकल स्टोर संचालक नशे की दवाईया बेच रहा है। जिसके आधार पर एसडीआई (लाइसेंसिग एथ्योरेटी अंबाला जोन) सुनील चौधरी व ड्रग कंट्रोलर यमुनानगर प्रवीण कुमार ने धनौरा गांव में बसाती मेडिकोज पर रविवार दोपहर को रेड़ की। जिसमें सबसे पहले टीम ने दुकान के मालिक सुल्तान सिंह निवासी बराड़ा को फार्मासिस्ट बारे पूछा। लेकिन दुकान पर फार्मासिस्ट मित्तर सेन हाजिर नही था। सीनियर ड्रग कंट्रोलर सुनील चौधरी व ड्रग कंट्रोलर यमुनानगर प्रवीण कुमार ने दुकान में दवाईयां खंगाली तो दुकान में दवाइयों के बीच में रखी एल्प्राजोलाम, माईर्कोलिट, एवील गोलियां व ट्रामाडोल इंजेक्शन मिले। जब बसाती मेडिकोज संचालक सुल्तान सिंह को बिल मांगा तो वह बिल नही दिखा सका। बोला कि अगर बिल पीछे से मिला तो वह दे देगा। इस समय उसके पास इन दवाओं का बिल नही है। सीनियर ड्रग कंट्रोलर सुनील चौधरी व ड्रग कंट्रोलर प्रवीण कुमार ने नशीली दवाओं के सैंपल लेकर कागजी कार्रवाई करने के बाद दुकान संचालक के हस्ताक्षर कर वा कर उसका जरूरी सामान बाहर निकाला ओर दुकान को सील कर उसे दुकान की चाबी सौंप दी। टीम के अधिकारियों ने कहा कि वह दुकान नही खोलेगा। फार्मासिस्ट को कार्यायल में लेकर पूरी औपचारिकताएं पूरी करेगा। टीम ने दूसरी दुकान देवाशं में भी छापामार कार्रवाई की जहां से किसी प्रकार की नशीली दवाइयां नही मिली। टीम आने की सूचना मिलते ही धनौरा के बाकी मेडिकल स्टोर संचालक दुकाने बंद कर भूमिगत हो गए।
लाईसेसिंग एथ्योरेटी अंबाला जोन, सुनील चौधरी :- मेडिकल स्टोर से जो दवाइयां मिली उनका मेडिकल स्टोर संचालक दवाओं की सेल प्रचेज नही दिखा सका। सभी दवाइयां बिना बिल के थी। इन दवाओं को प्रतिष्टित डाक्टर की पर्ची पर फार्मासिस्ट ही बेच सकता है। जो मौके पर नही मिला। हमें जानकारी मिली थी कि वह युवाओं को ड्रग्स बेच रहा है जो गल्त बात है। जब हमने रेड की तो नशीली दवाइयां मिली। जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए दुकान को सील कर दिया है।
धनौरा गांव में नियमों को ताक पर रख नशीली दवाइयां बेचने वाला मेडिकल स्टोर किया सील
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