गुजरात/अहमदाबाद, नगर संवददाता : अहमदाबाद। गुजरात के वडोदरा में दो दिन पहले हुई भारी बारिश की वजह से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन प्राधिकारियों को नई मुसीबत से जूझना पड़ रहा है। बारिश के कारण आई बाढ़ में बहकर मगरमच्छ शहर की सड़कों पर आ गए हैं। इन्हें पकड़ने के लिए वन विभाग को मशक्कत करनी पड़ रही है।
बारिश की वजह से विश्वामित्री नदी उफना गई है, जिससे मगरमच्छ शहर की सड़कों पर आ गए हैं। मध्यम आकार के 7 मगरमच्छ को शहर से पकड़ा गया है। वन विभाग की टीम ने इन्हें राज महल रोड और फतेहगंज क्षेत्र से पकड़ा है। ये स्थान नदी के तट पर स्थित हैं।
वन सहायक संरक्षक विनोद दामोर ने बताया कि 3 मगरमच्छ गुरुवार को को और 4 शुक्रवार को पकड़े गए। दामोर फंसे हुए मगरमच्छों को बाहर निकालने वाली टीम के भी प्रभारी हैं। उन्होंने कहा, विश्वामित्री नदी शहर से होकर बहती है और यहां करीब 150 मगरमच्छ हैं। नदी के उफनाने से ये मगरमच्छ शहर के आवासीय इलाके में आ गए। दामोर ने कहा, हमने मगरमच्छों को पकड़ने के लिए 6 टीम का गठन किया है।
शहर के कई लोगों ने गलियों के पानी में मगरमच्छों के तैरने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। दामोर ने कहा, इस नदी के मगरमच्छ 10 फुट तक लंबे हो सकते हैं, लेकिन हमने अभी जो मगरमच्छ पकड़ेहैं, वे लंबाई में 5 फुट से भी कम हैं। मगरमच्छों के अलावा वन विभाग की टीम ने पिछले 2 दिनों में 2 कछुओं और कुछ सांपों को भी आवासीय इलाकों से पकड़ा है।
बारिश से बुरी तरह प्रभावित वडोदरा अब सामान्य : बारिश से बुरी तरह प्रभावित वडोदरा में अब जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है क्योंकि विश्वामित्री नदी का जलस्तर शुक्रवार को घटना शुरू हो गया है। यह नदी मध्य गुजरात के वडोदरा शहर से होकर बहती है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश को केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा में बारिश जनित घटनाओं में अब तक 4 मजदूरों समेत 6 लोग मारे गए हैं। भारी बारिश के बाद बाढ़ की वजह से वडोदरा शहर एवं उसके आसपास के इलाकों से 5700 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है।
इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बात कर बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली और केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने बताया कि शहर में कुछ जगहों से अब पानी कम होने लगा है और नदी पर बने पुलों को भी यातायात के लिए खोल दिया गया है। हालांकि कुछ इलाके अब भी जलमग्न हैं।
राजकोट में रूपाणी ने प्रभावित जगहों से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाए गए लोगों को नकद सहायता की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ में अपना घरेलू सामान खो चुके लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। गुरुवार सुबह तक 24 घंटे के दौरान करीब 500 मिमी बारिश हुई, जिससे वडोदरा के कई हिस्से जलमग्न हो गए।