इंदौर, मध्यप्रदेश/नगर संवाददाताः केंद्र के एक जुलाई से प्रस्तावित जीएसटी की खामियों के विरोध में आज एक प्रमुख कारोबारी संगठन ने 30 जून को मध्यप्रदेश भर में कारोबारी संस्थान बंद रखे जाने का आह्वान किया। अहिल्या चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने संवाददाताओं से कहा, ”कारोबारियों की अलग-अलग मांगों के बावजूद जीएसटी परिषद ने इस नई टैक्स प्रणाली की विसंगतियों और जटिलताओं को दूर नहीं किया है और इसे लागू किया जा रहा है। यह स्थिति कारोबारियों के साथ आम उपभोक्ताओं के लिए भी अनुचित है। लिहाजा हमने प्रदेश भर के कारोबारियों से अपील की है कि वे 30 जून को अपने दुकानें बंद रखें।” खंडेलवाल ने बताया कि 30 जून की रात को प्रदेश में ‘काली रात्रि’ के रूप में मनाया जाएगा और कारोबारी जीएसटी की खामियों को लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। जीएसटी को अव्यवहारिक टैक्स प्रणाली बताते हुए इंदौर के कारोबारी 15 जून को भी अपना कारोबार बंद रख चुके हैं। उनका कहना है कि आम आदमी की रोटी, कपड़ा और मकान की चीजों पर जीएसटी की उंची दरों और नई टैक्स प्रणाली की खामियों से उनका कारोबार चौपट हो जाएगा। लिहाजा सरकार को जीएसटी को लागू करने से पहले इसमें जरूरी सुधार करने चाहिए। कारोबारियों की मांग है कि कॉमर्शियल सेक्टर से जुड़े लोगों के हितों की रक्षा के लिए सीमेंट, फ्लोर टाइल्स, नमकीन उत्पादों, घी, ब्रांडेड अनाज, ब्रांडेड कपड़ों, दवाओं जैसी वस्तुओं पर जीएसटी की रेट्स घटाई जाएं।
जीएसटी की खामियों के विरोध में 30 जून को कारोबारियों ने किया बंद का एलान
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